मुसाफिरखाना: भनौली में निकला अमारी का जुलूस, अजादारों ने पेश किया अलविदाई पुरसा
September 02, 2025
मुसाफिरखाना/अमेठी। क्षेत्र के भनौली गांव में सोमवार को 8 रबीउल अव्वल के मौके पर परंपरागत अमारी का जुलूस बड़े ही अकीदत और गमगीन माहौल में निकाला गया। हर साल की तरह इस बार भी जुलूस का आयोजन अंजुमन सिपाहे हुसैनी भनौली सादात के तत्वाधान में हुआ, जिसमें हजारों अजादारों ने शिरकत करते हुए बीबी फातेमा को उनके लाल का पुरसा दिया।सुबह करीब आठ बजे जुलूस जामा मस्जिद इमामबाग से बरामद होकर इसौली रोड, दरगाहे आलिया और छोटे इमामबाड़े से होता हुआ बड़े इमामबाड़े पर संपन्न हुआ। रास्ते भर अंजुमनों ने नौहा-मातम किया और मौलाना-ए-किराम ने तकरीर करते हुए लोगों तक इमाम हुसैन का पैगाम पहुंचाया। इस जुलूस में न सिर्फ मुकामी अंजुमनों ने हिस्सा लिया बल्कि देश की कई मशहूर अंजुमनों ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। अजादारों की सहूलियत के लिए जगह-जगह सबील और लंगर का इंतजाम किया गया था, जहां बाहर से आए जायरीनों को खाने-पीने की सुविधा मुहैया कराई गई। जुलूस की निजामत और नकाबत की जिम्मेदारी मौलाना जीशान अली आजमी ने निभाई। बता दें कि 8 रबीउल अव्वल का दिन शिया मुसलमानों के लिए बेहद अहम् है। इसी दिन इमाम हसन अस्करी (अ.स.) की शहादत हुई थी। पूरी दुनिया में इस दिन शिया समुदाय गमगीन होकर मातम करता है और बीबी फातेमा को अलविदाई पुरसा पेश करता है। जुलूस के दौरान प्रशासन की ओर से पुखता सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरे मार्ग पर लगातार निगरानी रखी, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हो सका। इस मौके पर अंजुमन सिपाहे हुसैनी भनौली सादात ने प्रशासन और पुलिस का शुक्रिया अदा किया।