शाहबाद: हर विषम परिस्थिति में सहारा बनता है मां का आंचल
September 02, 2025
शाहबाद। मां का आंचल एक बालक को कठिन से कठिन विषम परिस्थिति से भी बचा लेता है। आंधी हो, तूफान हो, गर्मी हो, खण्ड हो या बरसात। मां का आंचल पहरेदार बनकर उसकी रक्षा करता है। जी हां यह मां की ममता केवल इंसानों में नहीं बल्कि जानवरों में भी दिखाई देती है। नगर के रामलीला मैदान में स्थित पाखड़ के पेड़ के नीचे एक गौ माता तेज होती हुई बरसात से अपने आप को बचाते हुए अपने बछड़े को भी बरसात के कहर से बचाने का प्रयास कर रही है। भले ही जानवर इंसानों की तरह बातचीत नहीं कर सकते परंतु उनकी भावनाएं एक दूसरे के इशारों को बखूबी समझती हैं। एक तरफ वह अपने बच्चे को दूध पिलाकर भूख से बचा रही है तो वहीं पेड़ के नीचे खड़े होकर उसे बरसात में भीगने से भी बचाने का पूरा प्रयास कर रही हैं। वह जानती है कि उसके बछड़े को प्राकृतिक आपदाओं से बचने की समझ नहीं है इसलिए हर वक्त वह उसे अपने साथ रखती है और उसके अंदर हर परिस्थिति का सामना करने की समझ भी पैदा करती है।