लखनऊः क्लीनिकल एविडेंस से ही होम्योपैथी को जनप्रिय बनाएंगे-डॉ. भास्कर शर्मा
September 14, 2025
लखनऊ। शर्मा होम्योपैथिक चिकित्सालय एंड रिसर्च सेंटर इटवा (सिद्धार्थनगर) के चीफ कंसल्टेंट डॉ. भास्कर शर्मा ने कहा कि होम्योपैथी से रोगों का जड़ से उपचार संभव है, परंतु इसके लिए वैज्ञानिक प्रमाण और क्लीनिकल एविडेंस जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री, इलाज शुरू होने से पहले की जांच रिपोर्ट, उपचार की प्रक्रिया और इलाज के बाद की रिपोर्ट को सबूत के रूप में रखा जाए, तभी उपचार की सफलता को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रमाणित किया जा सकता है।डॉ. शर्मा ने एक उदाहरण देते हुए बताया कि किडनी पथरी के एक मरीज की प्रारंभिक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में पथरी थी, लेकिन इलाज के बाद की रिपोर्ट में पथरी गायब हो गई। यह डॉक्यूमेंट वैज्ञानिक सबूत बना। उन्होंने चिकित्सकों से अपील की कि ऐसे प्रमाणित रिकॉर्ड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित कराएं, जिससे कार्य को व्यापक मान्यता मिले।ज्ञात हो कि डॉ. भास्कर शर्मा अब तक सौ से अधिक रिसर्च पेपर पबमेड, स्कोपस और अन्य पीयर रिव्यूड जर्नल्स में प्रकाशित करा चुके हैं।
