रामनगर/ बाराबंकी। जनपद की तहसील रामनगर क्षेत्र स्थित एल्गिन ब्रिज के पास घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। शारदा और गिरजा बैराज से शनिवार व रविवार को लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद नदी का प्रवाह और तेज हो गया है। शनिवार को 3 लाख 21 हजार क्यूसेक, रविवार सुबह 8 बजे तक 3 लाख 12 हजार क्यूसेक तथा शाम 4 बजे फिर 3 लाख 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी पवन कुमार ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे नदी का जलस्तर 106.360 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर है। उन्होंने कहा कि जलस्तर प्रति घंटे लगभग 1 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है और यदि पानी छोड़े जाने की यही स्थिति बनी रही तो निचले इलाकों में बाढ़ का संकट और गहरा सकता है।
नदी किनारे बसे गांवों में दहशत का माहौल है। ग्रामीण अपने पशुओं व सामान को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने लगे हैं। महिलाएं और बच्चे घर-आंगन छोड़कर ऊंचाई की ओर बढ़ रहे हैं। प्रशासन ने भी अलर्ट मोड अपनाते हुए निगरानी टीमों को सक्रिय कर दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जलस्तर की यह तेजी बनी रही तो आने वाले दिनों में रामनगर समेत जनपद के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति विकट हो सकती है। फिलहाल प्रशासन द्वारा लोगों से सुरक्षित स्थानों की ओर जाने और नदी तट से दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही है।तहसीलदार रामनगर विपुल सिंह ने जानकारी दी कि 1 सितंबर सुबह 8 बजे गिरजा बैराज से 1 लाख 55 हजार क्यूसेक और शारदा बैराज से 1 लाख 64 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कुल मिलाकर 3 लाख 19 हजार क्यूसेक पानी घाघरा में छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, ऐसे में बाढ़ चैकियां स्थापित कर दी गई हैं और ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है।