उन्नाव। उत्तर प्रदेश में शिक्षा के मुद्दे पर चल रहे आंदोलन के बीच आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई ने सियासी हलचल तेज कर दी है। ष्स्कूल बचाओ अभियानष् के तहत 2 अगस्त को लखनऊ में प्रस्तावित आम आदमी पार्टी के आंदोलन से ठीक एक दिन पहले पुलिस आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष कुलदीप यादव और महासचिव शैलेन्द्र उपाध्याय को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंच गई।
गौरतलब है कि इस आंदोलन की प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गई है। बावजूद इसके, पुलिस की यह कार्रवाई कहीं न कहीं सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है। आम आदमी पार्टी ने इस कदम को तानाशाही और लोकतंत्र का गला घोंटने वाला करार दिया है।पार्टी नेताओं का कहना है कि,जब आंदोलन की इजाजत प्रशासन पहले ही दे चुका है, तो आखिर कौन सा तुगलकी फरमान इन नेताओं की गिरफ्तारी का आधार बन रहा है? क्या सरकार बच्चों के स्कूल बंद करने के खिलाफ उठ रही आवाज से डर गई है?ष्स्थानीय कार्यकर्ताओं में भारी रोष है और वे इस कार्रवाई का कड़ा विरोध कर रहे हैं। उन्होंने साफ कहा है कि चाहे जितनी भी दमनकारी नीतियां अपनाई जाएं, वे बच्चों की शिक्षा बचाने के इस संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे।अब देखना होगा कि 2 अगस्त को लखनऊ में प्रस्तावित आंदोलन पर प्रशासन क्या रुख अपनाता है, और क्या आम आदमी पार्टी के नेता लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने का मौका पा सकेंगे या नहीं।