शुकुलबाजार: चिकित्सक की मेहनत से बदली सीएचसी की तस्वीर
August 19, 2025
शुकुलबाजार/अमेठी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक चिकित्सक की मेहनत ने ग्रामीण इलाके में स्थित सरकारी अस्पताल की तस्वीर बदल दी। आज यह सामुदायिक स्वास्थ्य प्राइवेट नर्सिंग होम को टक्कर दे रहा है। मरीजों का सरकारी स्वास्थ्य सेवा के प्रति भरोसा बढ़ा है। जिससे वहां ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी हुई है।मंगलवार को ओपीडी में आए हुए मरीजो को डॉ राजेंद्र सोनी को अकेले ही 401 मरीज देखने पड़े । सुबह 8 बजे से देर शाम तक डॉक्टर सोनी लगातार मरीज देखते रहे और प्रत्येक मरीज को देखने का प्रयास किया। सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि उन्हें जिले में आयोजित एक बैठक में शामिल होना पड़ा था, वहीं महिला चिकित्सक डॉक्टर अर्चना भी एक बैठक में शामिल हुई जबकि डॉक्टर सुशील चंद्र शुक्ला छुट्टी पर थे इसी कारण से पूरे ओपीडी के 401 मरीजों को अकेले ही डॉक्टर राजेंद्र सोनी को देखना पड़ा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित लैब में कुल 145 मरीजों की जांच हुई जिसमें में 52 डेंगू की जांच हुई जिसमें तेज संदिग्ध पाए गए वही टाइफाइड की जांच में 25 मरीजों की जांच में दो मरीज पॉजिटिव मिले। हालात को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।वही आए हुए मरीज के तीमारदारों में सुरेंद्र कुमार दुबे का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत पहले बहुत अच्छी नहीं थी। लोगों को कोई दवाएं नही मिलती थी, अस्पताल में चारों तरफ गंदगी पसरी रहती थी। जिसके वजह से मरीजों के साथ आने वाले तीमारदार खुद बीमार हो जाते थे। अस्पताल परिसर में बेतरतीब ढंग से खड़े वाहनों के कारण लोग परेशानी से जूझना पड़ता था। यहां चिकित्सा प्रभारी के तौर पर डॉक्टर सुधीर कुमार वर्मा की तैनाती हुई तब से हुए अस्पताल सुधार करने की कोशिश में द्रढ़ता से जुट गए हैं ।सबसे पहले उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए लाइन पर तरीके से आने में मदद की ।अस्पताल परिसर में दोनों तरफ गेट लगवा कर सरकारी व गैर सरकारी वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग की व्यवस्था की। बाद में स्वच्छता पर ध्यान दिया इन व्यवस्थाओं के बाद चिकित्सा सुविधा को बेहतर करने की मुहिम में लग गए और उनका कहना है कि चिकित्सकों को सरकार जिस काम के बदले वेतन देती है उसका ईमानदारी से निर्वाहन करना चाहिए हैं।