लखनऊ। यूपी की राजधानी के चिनहट इलाके में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र यानी सीएचसी मे 10 दिन पूर्व अवैध रूप से पेड़ कटान का बड़ा मामला उजागर हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, सीएचसी परिसर में लगे 10 से अधिक हरे भरे पेड़ों को सीएचसी अधीक्षक दिलीप भार्गव के निर्देश पर काट दिया गया। इस मामले की शिकायत सीएम योगी और वन मंत्री से की गई, जिसके बाद शुक्रवार को अचानक डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर यानी डीएफओ के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने सीएचसी में छापेमारी की कार्रवाई की। वन विभाग की टीम की ओर से हुई इस छापेमारी की कार्रवाई के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना या विरोध न हो, इसके लिए भारी पुलिस बल भी तैनात रहा।
जानकारी के मुताबिक, कुछ लोगों ने चिनहट सीएचसी परिसर में हरे पेड़ों की कटाई की शिकायत सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वन मंत्री को की थी। शिकायत में इस बात का जिक्र भी किया गया था कि परिसर में लगे हरे पेड़ अवैध रूप से काटे गए हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सीएससी परिसर में चीड़,शीशम, सागौन,शाखू,जामुन,के पुराने हरे पेड़ खड़े हुए थे। अधीक्षक साहब इसी परिसर रहते हैं। जिन हरे पेड़ों को रात में कटवाया गया उन पेड़ों को कटवाने से तीमारदार और मरीजों की छाया,पेड़ों पर बैठने वाले पक्षियों का घर उजाड़ दिया। सरकार वार्यवरण की सुरक्षा के लिए वृक्षारोपण कर रही है। वहीं दूसरी ओर सरकारी डॉक्टर के द्वारा कराया गया यह कार्य निंदनीय है। लोगों ने आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि रातों रात हरे पेड़ों को काटकर कर लाखों रूपये में बेच दिया गया है। इतना सब कुछ होने के बावजूद भी वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी करवाई को लेकर 10 दिनों तक अनजान बने रहे।शासन के आदेश पर डीएफओ की टीम ने सीएचसी परिसर में छापेमारी की कार्रवाई की। मौके पर परिसर में छानबीन करते हुए जमीन पर गिरे हुए पेड़ों और कटाई के निशानों की जांच की। बताया जाता है कि मौके पर वन विभाग की टीम की ओर से फोटोग्राफी व सैंपलिंग भी की गई, ताकि साक्ष्य सही जगह पर पेश किए जा सकें। चिनहट सीएचसी प्रभारी दिलीप भार्गव के खिलाफ बिना परमिशन चोरी से परिसर के पुराने हरे पेड़ कटवाने के आरोप में वन विभाग ने 10 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया है। डीएफओ सितांशु पांडे ने संज्ञान में आने के बाद सी एच सी अधीक्षक पर मुकदमा कराया है। साथ ही 50000 रूपये जुर्माना लगाने की बात कही वही सीएमओ एनबी सिंह इस मामले से अनजान दिखाई दिये।
ज्ञात हो ऐसा ही मामला अगस्त माह मे रायबरेली के खीरो सीएचसी मे घटित हुआ था जहाँ पर दो शीशम के पेड़ अवैध रूप से कटवा दिये गये थे अपने निजी स्वार्थ के लिये साथ ही इसी माह मे बराबंकी के बंकी ब्लॉक के जाटा बरौली सी एच सी मे भी शागौन के हरे भरे पेड़ो की बलि सिर्फ इसीलिये दे दी गई क्योकि अधीक्षक के घर का फर्नीचर बनना था।