बलियाः मौसम की बेरुखी से सूखे की मार झेल रहे किसान
July 24, 2025
बलिया। मौसम की बेरुखी से सीयर ब्लॉक के सभी गांव सूखे की भयावह मार झेल रहे हैं। दोहरीघाट तुर्तीपार सहायक नहर परियोजना की नहरों में पानी तक नहीं है। समाजसेवी विनोद मानव ने बताया कि सूखा एक प्राकृतिक आपदा है, परंतु इससे निपटने के संसाधन भी सालों से उपेक्षित हैं। नहरें दशकों से सिर्फ सफाई के नाम पर कागजों में साफ होती हैं, जबकि जमीन पर किसान पानी की एक बूंद को तरसते हैं। किसान राजीव यादव, फूलबदन, अनिल, राजेश यादव, रामाश्रय आदि का कहना है कि नहर की सफाई पर हर साल लाखों रुपये खर्च होते हैं, फिर भी नहरें सूखी हैं। चखसेखानी, रामगढ़, भिटौरा, भुवारी, जिउतपुरा, गंगऊपुर, भदहर, खडेजी जैसे गांवों में धान की बहुत कम रोपाई हुई है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि नहरों को चालू करके टेल तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि सूखे की मार झेल रही उपजाऊ जमीन फिर से लहलहा सके।