रामनगर/बाराबंकी। नागपंचमी के मौके पर नगर पंचायत रामनगर में पारंपरिक आल्हा गायन कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें मशहूर आल्हा गायिका शीलू सिंह राजपूत ने अपने ओजस्वी स्वर और वीर रस से सजी प्रस्तुतियों से सैकड़ों श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।नगर के शिव मंदिर परिसर के सामने आयोजित इस कार्यक्रम की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए नगर पंचायत चेयरमैन रामशरण पाठक ने गायन टीम को आमंत्रित कर आयोजन को सफल और यादगार बनाया।कार्यक्रम में शीलू सिंह राजपूत ने सीरसागढ़ की लड़ाई, पृथ्वीराज चैहान, और मलखान के संग्राम जैसे ऐतिहासिक प्रसंगों को सजीव कर दिया। जब उन्होंने ष्बड़े लड़ाईया नर मलके हैं जिनके कठिन चले तलवारष् गाया, तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा।वाद्ययंत्रों की जुगलबंदी में ढोलक पर सर्वेश यादव, कार्नेट पर सोहनलाल यादव, दंडताल पर रामचंद्र राजपूत, झीका पर पवन कुमार राजपूत और नीरज दीक्षित सहित अन्य कलाकारों ने माहौल को जीवंत कर दिया।इस सांस्कृतिक संध्या में शिक्षक व अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ल, पंकज पाठक, मोनू पाठक, अशोक सिंह, दयाशंकर तिवारी, बल्लू बाबा, बंटी ओझा, हरीश, अखिलेश पांडे, संजय तिवारी, निर्मल मिश्र सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन तालियों की गड़गड़ाहट और ष्जय महाकालष् के जयकारों के बीच हुआ, जिसने माहौल को भक्तिभाव और वीर रस से सराबोर कर दिया।
बाराबंकीः बड़े लड़ाईया नर मलके हैं....जिनके कठिन चले तलवार! नागपंचमी पर गूंजा वीर रस का आल्हा, शीलू सिंह की दमदार प्रस्तुति ने बांधा समा
July 30, 2025
रामनगर/बाराबंकी। नागपंचमी के मौके पर नगर पंचायत रामनगर में पारंपरिक आल्हा गायन कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें मशहूर आल्हा गायिका शीलू सिंह राजपूत ने अपने ओजस्वी स्वर और वीर रस से सजी प्रस्तुतियों से सैकड़ों श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।नगर के शिव मंदिर परिसर के सामने आयोजित इस कार्यक्रम की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए नगर पंचायत चेयरमैन रामशरण पाठक ने गायन टीम को आमंत्रित कर आयोजन को सफल और यादगार बनाया।कार्यक्रम में शीलू सिंह राजपूत ने सीरसागढ़ की लड़ाई, पृथ्वीराज चैहान, और मलखान के संग्राम जैसे ऐतिहासिक प्रसंगों को सजीव कर दिया। जब उन्होंने ष्बड़े लड़ाईया नर मलके हैं जिनके कठिन चले तलवारष् गाया, तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा।वाद्ययंत्रों की जुगलबंदी में ढोलक पर सर्वेश यादव, कार्नेट पर सोहनलाल यादव, दंडताल पर रामचंद्र राजपूत, झीका पर पवन कुमार राजपूत और नीरज दीक्षित सहित अन्य कलाकारों ने माहौल को जीवंत कर दिया।इस सांस्कृतिक संध्या में शिक्षक व अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ल, पंकज पाठक, मोनू पाठक, अशोक सिंह, दयाशंकर तिवारी, बल्लू बाबा, बंटी ओझा, हरीश, अखिलेश पांडे, संजय तिवारी, निर्मल मिश्र सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन तालियों की गड़गड़ाहट और ष्जय महाकालष् के जयकारों के बीच हुआ, जिसने माहौल को भक्तिभाव और वीर रस से सराबोर कर दिया।