उन्नाव। जिले के हसनगंज में कर्ज से परेशान किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी। किसान ने बैंक से लोन लिया था, बार-बार नोटिस मिलने से वह परेशान था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
हसनगंज थाना क्षेत्र के नेवलगंज निवासी प्रदीप त्रिवेदी 50 वर्ष पुत्र स्व. गणेश प्रसाद त्रिवेदी ने करीब पांच साल पहले बैंक से केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) के तहत ऋण लिया था। कर्ज की किश्तें समय पर न चुका पाने के कारण बैंक की ओर से बार-बार नोटिस भेजे जा रहे थे। परिजनों का आरोप है कि बैंक से नोटिस आने के बाद प्रदीप मानसिक रूप से परेशान रहने लगे थे। लगातार आर्थिक तंगी और नोटिस की दबाव से वह डिप्रेशन में चले गए थे। प्रदीप काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकले, तो पत्नी रेनू त्रिवेदी 35 वर्ष ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया, जहां प्रदीप का शव फंदे से लटकता मिला। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
मृतक अपने पीछे पत्नी रेनू के अलावा दो बच्चों को छोड़ गया है। बेटा राजू 14 वर्ष और बेटी भाव्या 12 वर्ष गहरे सदमे में हैं। घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। मामले की जानकारी देते हुए थाना हसनगंज कोतवाली प्रभारी संदीप शुक्ला ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।