बाराबंकीः फर्जी एपीके और झूठे अफसर का जाल... लेकिन साइबर सेल बनी भरोसे की ढाल
July 24, 2025
बाराबंकी। जब भरोसा टूटता है, तो मन से ज्यादा जेब पर असर पड़ता है। कुछ ऐसा ही हुआ दो नागरिकों के साथ एक ने तकनीकी धोखे का शिकार होकर अपना पैसा गंवाया, तो दूसरे को फर्जी पुलिस अधिकारी ने डराकर ठग लिया। लेकिन जैसे ही ये मामले साइबर सेल के संज्ञान में आए, उम्मीद की एक नई किरण जगी।मो. महताब और राजीव कुमार दोनों को अलग-अलग तरीकों से 91,516 रुपये की चपत लगी। महताब के मोबाइल में रिमोट शेयरिंग एपीके फाइल डाउनलोड कराकर 74,516 रुपये उड़ाए गए, तो राजीव कुमार को अश्लील वीडियो के बहाने फर्जी अफसर बनकर 17,000 रुपये का चूना लगाया गया।एसपी अर्पित विजयवर्गीय के निर्देश और क्षेत्राधिकारी सदर सौरभ श्रीवास्तव के नेतृत्व में साइबर सेल और साइबर थाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न सिर्फ संबंधित बैंक और मर्चेंट से संपर्क कर खातों को होल्ड कराया, बल्कि पीड़ितों की संपूर्ण राशि वापस भी कराई।इस सराहनीय कार्य में निरीक्षक विनय प्रकाश राय, निरीक्षक संजीव कुमार यादव, उ .नि.इफलाक अहमद सहित आरक्षी सुधाकर, राजन यादव, अभिषेक चपराणा, अंकुश, पंकज सिंह, अनुराग सिंह, अंकित कुमार तथा महिला आरक्षी मोहिनी तिवारी और मधु भारती ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।साइबर टीम ने यह साबित कर दिया कि तकनीकी दुनिया के अपराधों से निपटने में पुलिस न केवल जागरूक है, बल्कि संवेदनशील और जिम्मेदार भी है। यह कार्यवाही न सिर्फ पीड़ितों के लिए राहत है, बल्कि पूरे जनपद के लिए एक भरोसे का संदेश भी।