उन्नाव। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने पुलिस लाइन स्थित आरटीसी (रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर) का निरीक्षण किया। उन्होंने रिक्रूट आरक्षियों के साथ सम्मेलन में संवाद किया। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी अखिलेश सिंह, क्षेत्राधिकारी लाइन प्रदीप कुमार मौर्य सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सम्मेलन के दौरान एसपी ने आरक्षियों से प्रशिक्षण की गुणवत्ता, मेस व्यवस्था, भोजन, पेयजल और आवासीय सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रशिक्षण से जुड़ी समस्याओं, अनुभवों और सुझावों पर विशेष ध्यान दिया।रिक्रूट आरक्षियों ने संस्था की व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने बताया कि उन्हें समय पर भोजन, स्वच्छ पानी और आवास जैसी सुविधाएं सहजता से मिल रही हैं। प्रशिक्षुओं ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए सुझाव भी दिए। इनसे प्रशिक्षण व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकेगा।
पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की कमी या शिकायत सामने न आए। इसके लिए नियमित निरीक्षण और संवाद बनाए रखने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षण में अनुशासन और पेशेवर दक्षता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
गोरखपुर में हाल ही में हुई एक अप्रिय घटना के मद्देनजर सभी प्रशिक्षण केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा मानकों और अनुशासनात्मक व्यवस्था में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
पुलिस लाइन स्थित आरटीसी में इस समय 900 से अधिक रिक्रूट आरक्षियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण केवल शारीरिक बल और हथियार संचालन तक सीमित नहीं है। इसमें कानून, नागरिक व्यवहार, मानवाधिकार, महिला सुरक्षा, साइबर अपराध एवं अन्य विषयों की भी विशेष शिक्षा दी जाती है।
एसपी दीपक भूकर ने प्रशिक्षुओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे सभी भविष्य के रक्षक हैं। उन्होंने प्रशिक्षण के इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने और सेवा में दक्षता एवं निष्ठा का आदर्श स्थापित करने का आह्वान किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस विभाग सदैव उनके कल्याण और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है।