लखनऊ/लखीमपुर। जिरियाट्रिक सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित नेशनल मिडटर्म कॉन्फ्रेंस में खीरी जिला चिकित्सालय में कार्यरत जिरियाट्रिक फिजिशियन डॉ शिखर बाजपेई विशेष वक्ता के रूप में उड़ीसा के भुवनेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में बुलाए गए थे। जहां उन्होंने बुजुर्गों में होने वाली बीमारी फियर आफ फाॅल (बुजुर्गों में गिरने का डर) पर देशभर के डॉक्टर के सामने अपने अनुभव और विचार साझा किए, इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया।
जिला चिकित्सालय मोतीपुर ओयल में एनसीडी के अंतर्गत कार्यरत जिरियाट्रिक फिजिशियन डॉ शिखर बाजपेई बुजुर्ग देखभाल कार्यक्रम के अंतर्गत अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने एमडी जिरियाट्रिक की पढ़ाई की है। उन्हें बुजुर्गों की सेहत बीमारी और इलाज का एक बेहतर अनुभव है। इसे लेकर ही देश स्तर पर उनके अनुभव को पहुंचाने के लिए जिरियाट्रिक सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले नेशनल मिडटर्म कॉन्फ्रेंस में विशेष वक्ता के रूप में बुलाया गया था। दो दिवसीय इस सम्मेलन में उन्होंने देश भर के दर्जनों डॉक्टर के साथ अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उड़ीसा के राज्यपाल हरी बाबू कमभमपति पहुंचे थे, जिनके द्वारा उन्हें मुख्य वक्ता के रूप में सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम संस्था अध्यक्ष डॉ अतुल कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में भुवनेश्वर के हाइटेक मेडिकल कॉलेज में संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि बुजुर्गों की देखभाल को लेकर जिरियाट्रिक सोसाइटी ऑफ इंडिया ने इतना भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जो समाज में जागरूकता बढ़ाने में बेहद कारगर साबित हुआ है। उन्होंने समिति के सभी पदाधिकारी को धन्यवाद दिया है।