बाराबंकी। जहां न्याय की चैखट होती है, वहां उम्मीदें पलती हैं और अब वहां हरियाली भी फैली है। जनपद न्यायालय परिसर में बुधवार को एक अनोखा और प्रेरणास्पद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसका उद्देश्य न केवल पर्यावरण को समर्पित था, बल्कि “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत मातृत्व के प्रति श्रद्धा का भी प्रतीक बना।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश प्रतिमा श्रीवास्तव ने की, जिन्होंने सहजन, आम, आंवला, नीम, सागौन और जामुन जैसे औषधीय व फलदार पौधों का रोपण किया। उनके साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्रीकृष्ण चंद्र सिंह, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुधा सिंह और जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री रामराज यादव ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता निभाई।
इस अवसर पर उपस्थित न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों ने भी एक-एक पौधा लगाकर न केवल पर्यावरण की सेवा की, बल्कि माँ के नाम एक हरियाली की सौगात दी।जिला न्यायाधीश प्रतिमा श्रीवास्तव ने कहा हर पौधा एक वचन है ,प्रकृति की रक्षा का, जीवन के सम्मान का और माँ की ममता के प्रति आभार का। न्याय केवल शब्दों से नहीं, कर्म से भी दिया जाता है, और आज यह कर्म हर उस माँ को समर्पित है जिसने जीवन दिया।इस भावुक क्षण में न्यायालय परिसर केवल कानून कगूंज नहीं, बल्कि पत्तों की सरसराहट और माटी की महक से भी भर उठा ,एक हरियाली भरा न्याय का संकल्प लेकर लोगों ने पौधारोपण किया।