Type Here to Get Search Results !
BREAKING NEWS

अमेठीः लगातार दो दिन चली चण्डेरिया गांव मे विकास कार्यों की जांच


अमेठी। ग्राम सभा में विकास कार्यों की जांच का मतलब है कि ग्राम सभा या सुनिश्चित करती है कि ग्राम पंचायत द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों में पारदर्शिता हो और उसे सही तरीके से किया जा रहा हो। ग्राम सभा ग्राम पंचायत के कार्यों की निगरानी करती है और या सुनिश्चित करती है कि गांव के विकास के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं जो सही तरीके से लागू है। ग्राम पंचायत में पारदर्शिता बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु है जो ग्राम सभा या सुनिश्चित करती है कि ग्राम पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों का पूरा विवरण सार्वजनिक हो ताकि गांव के लोग जान सके विकास कार्य प्रगति कितनी है। साथ ही गांव वाले गुणवत्ता भी चाहते हैं। इसीलिए संविधान बनाया गया है कि ग्राम पंचायत में बैठक बुलाई जाय और विकास कार्य को लेकर चर्चा हो इनमें ग्राम पंचायत सदस्य के अलावा ग्राम सभा निवासी विभाग लेते हैं। ग्रामीणों का अधिकार होता है कि वह अपने गांव के विकास कार्यों को डंके पर चोट पर पूछ सकते हैं। लेकिन जब ग्राम सभा प्रधान ईमानदारी से काम करता है तो ग्रामीणों को उसके कार्य पर प्रश्न नहीं लगना चाहिए। ऐसा ही एक मामला विकासखंड संग्रामपुर क्षेत्र के ग्राम सभा चण्डेरिया मैं देखने को मिला है यहां पर प्रधान तुफैल खां है। इनके द्वारा ग्राम विकास के लिए कराए गए विभिन्न कार्यों पर कुछ ग्रामीणों द्वारा अमेठी मुख्य विकास अधिकारी को लिखित शिकायत की दी गई थी काम ना कर कर पैसे का बंदर बांट किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर परियोजना निदेशक ऐश्वर्य यादव गुरुवार को कुछ बिंदुओं पर जांच किया शेष बची जांच आज पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा नामित अधिकारी के हाथों की गई। शुक्रवार को नाली निर्माण पर आरोप लगाया गया था की चंदा एकत्रित करके नाली बनाई गई है। ग्राम सभा प्रधान द्वारा ग्रामीणों का कहना सही ठहराया और बताया कि हमने केवल प्रस्ताव डाला था लेकिन जब चांदी से नाली बन गई तो प्रस्ताव वैसे पड़ा का पडा ही है। इसके आड़ में कोई पैसा नहीं निकल गया। ग्राम सभा प्रधान पर पूर्व प्रधान द्वारा आरोप लगाया गया कि विगत 15 वर्ष पहले हमने नाल निर्माण कराया था जिस पर दोबारा पैसा निकाला गया। नाली निर्माण की सत्यता जानने के लिए नाली की खुदाई की गई जिसमें कोई ऐसा अवशेष नहीं मिला जिससे सिद्ध हो सके की पूर्व में 15 वर्ष पहले नाली बनाई गई थी। इसी प्रकार नल रिबोर, कच्चा काम आदि देखा गया लेकिन कहीं अनियमित नहीं दिखाई दी। फिलहाल जांच अधिकारियों ने बताया कि हम अपनी जांच रिपोर्ट अपने उच्च अधिकारी को ही सौंपेंगे। जांच के दौरान ग्राम विकास अधिकारी मिथिलेश यादव शिकायतकर्ता महफूज खान उनके साथी और वर्तमान प्रधान तुफैल खान और ग्रामीण मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Design by - Blogger Templates |