बाराबंकीः भतीजे ने ही बुझाया अरविन्द का चिराग! घुंघटेर हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा
July 24, 2025
बाराबंकी। भरोसे की छांव में पला रिश्ता, जब विश्वासघात की चुप्पी में तब्दील हो जाए, तो इंसानियत भी सिहर उठती है। घुंघटेर थाना क्षेत्र के बजगहनी गांव में हुए अरविन्द लोध हत्याकांड ने कुछ ऐसा ही दर्दनाक सच उजागर किया, जहां परिवार की छांव में पलने वाला एक भतीजा ही मौत का फरिश्ता बन बैठा।अरविन्द लोध, जो 25 वर्षों से माता प्रसाद गौतम के घर एक परिवारिक सदस्य की तरह रहता था और खेत की रखवाली करता था, 21 जून की सुबह खेत में मृत मिला। गले पर निशान थे, आंखों में बेबसी, और दिल में वो दर्द जो किसी अपने के धोखे का हो सकता है।थाना घुंघटेर पर दर्ज मामले की जांच जब तेज हुई, तो एसपी अर्पित विजयवर्गीय के और क्षेत्राधिकारी जगतराम कनौजिया के सतत पर्यवेक्षण में स्वाट, सर्विलांस और थाना घुंघटेर की संयुक्त टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और मैनुअल इनपुट के माध्यम से इस हत्या का खुलासा कर दिया। पुलिस लाइन सभागार में एएसपी दक्षिणी विकास त्रिपाठी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त संतोष कुमार, जो मृतक का सगा भतीजा है, ने अपने साथी बृजेश कुमार के साथ मिलकर अरविन्द की एल्युमीनियम तार से गला कसकर हत्या कर दी। वजह सिर्फ एक आपत्तिजनक स्थिति में देख लेना। एक नासमझ आक्रोश, जिसने रिश्तों की सारी सीमाएं लांघ दीं और एक मासूम को मौत की नींद सुला दिया। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई को जमुआ पुल के पास से दोनों को अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों के पास से हत्या में प्रयुक्त एक बण्डल एल्युमीनियम तार और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई।पुलिस टीमों ने सतर्कता और सूझबूझ से इस नृशंस हत्या का पर्दाफाश किया, इस अभियान में निरीक्षक ब्रजकिशोर सिंह स्वाट, उपनिरीक्षक अजय सिंह सर्विलांस, प्रभारी निरीक्षक बेचू सिंह यादव घुंघटेर और उनकी पूरी टीम ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।