पीलीभीत। 2 दिन पूर्व हुए बाग के हमले को लेकर जहां लोगों में भारी भय के साथ दहशत का माहौल बना हुआ था ग्रामीणों में दहशत खत्म होने का नाम ही नही ले रही
गुरुवार को टाइगर द्वारा पुन तीन लोगों पर हुए हमले से एक बार फिर वन विभाग की नाकामी को उजागर करके रख दिया है जहां एक और लोग टाइगर के हमले से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं की दूसरी ओर लोगों में टाइगर भय बरकरार है आखिरकार ग्रामीणों का कहना है कि कि हम अपनी रोजी-रोटी के लिए खेतों पर कैसे जाएं
लगातार हो रहे बाघ के हमले को लेकर जहां लोग दहशत के मारे घर से निकलना भी सही नहीं समझ रहे हैं तो दूसरी ओर वन विभाग के कर्मचारी इस कुंभकरणी ने नींद से नहीं जा पा रहे हैं 128 विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जहां 2 दिन पूर्व दयाराम को बाघ ने अपना शिकार बनाया। यह सूचना सुन बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद स्वयं मृत्यु के परिजनों से मिले एवं वन विभाग को जल्द से जल्द बाघ को पकड़ने के लिए कहा था। जिसके बाद तुरंत ही लखनऊ पहुंचे थे वहां उन्होंने वन मंत्री सहित प्रमुख सचिव अनिल कुमार से बैठकर बरखेड़ा क्षेत्र में लगातार बढ़ते वन्य जीव हमले को लेकर ठोस कार्रवाई की मांग की और 48 घंटे के अंतर्गत बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने राज्य आपदा कोष से 4लाख रुपए की आर्थिक सहायता मंजूर कराकर पीड़ित परिजनों के खाते में स्थानांतरित कर दी तो वही आज एक बार फिर न्यूरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव में बाघ के आतंक ने फिर वन विभाग की टीम को चुनौती दे दी बाघ की दहशत से ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है खेतों में काम ठप हो गया है तो वही स्कूल कॉलेज भी बंद हो गए हैं और ग्रामीणों को मजबूरन घर में रहना भारी पड़ रहा है बताते चलें की मडरिया गांव में 45 वर्षीय कृष्णा देवी पत्नी स्वर्गीय कालीचरण सुबह खेत में काम कर रही थी की इसी दौरान गन्ने के खेत में छिपे बाघ ने अचानक उन पर झपट्टा मारा और मौके पर ही उसकी जान ले ली जिससे गांव में शोक एवं डर का माहौल उत्पन्न हो गया वहीं दूसरी घटना इसी गांव में 17 वर्षीय किशोर निलेश पर भी हमला कर दिया और उसके कंधे पीठ पर गंभीर चोटे आई और उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है तो वही घटनास्थल से लगभग 7 किलोमीटर दूरी पर दूसरे गांव सैजनिया में उस समय हमला हुआ जब महिला खेत में भिंडी तोड़ रही थी की पास के गन्ने के खेत से निकले बाघ ने उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया उन्हें भी अस्पताल भर्ती कराया गया। लगातार बाघ के हमले के चलते गांव में खौफ का माहौल व्याप्त है लोग खेतों में जाना बंद कर चुके हैं वहीं बच्चों को भी स्कूल भेजना बंद कर दिया गया है स्थानीय बाजारों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। बताते चलेगी मडरिया में महिला की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने
महिला के शव को पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया इस बीच उनका कहना था कि जब तक बाघ पकड़ नहीं जाता हम सब महिला के शव को उठाने नहीं देंगे इस बीच मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ,अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया और बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद के लाख समझाने पर ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए वही विधायक स्वामी प्रवक्तानंद
तीखे प्रहार करते हुए कहा लगातार बाघ द्वारा हो रहे हमले को लेकर कहां तक देखा जाए जिसमें पुलिस प्रशासन और वन विभाग की टीम क्या कर रही है अभी 2 दिन पूर्व हुए हमले को लेकर उसकी चिता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी एक बार फिर आज हमला हो गया मैंने भरपूर प्रयास से जहां मृतक के परिजनों को चार लाख की धनराशि उनके खाते में भेज भाई ऐसे में
उनका परिवार का गुजारा इन चार लाख रुपए से हो जाएगा क्या विधायक ने कड़े शब्दों में बाघ को जल्द से जल्द पकड़ने की चेतावनी दी है।
बताते चलें कि वन विभाग और पुलिस की ओर से बाघ की सर्चिंग और तेज कर दी गई है इसमें 200 लोगों की टीम इस अभियान में जुटी हुई है उत्तराखंड और बरेली से भी विशेषज्ञ बुलाए गए हैं ड्रोन कैमरे और ट्रैक कैमरा की मदद लगातार ली जा रही है आसपास के थानों के अलावा पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त फोर्स गांव में तैनात की गई है हालांकि बरखेड़ा विधायक महामंडलेश्वर स्वामी प्रवक्ता नंदन ने मृतक के परिजनों से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिया तो वहीं जिलाधिकारी ने कहा है कि प्रशासन बाघ को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है क्षेत्र में फॉरेस्ट स्टाफ की भी गस्त
बढ़ा दी गई है तो वही पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने भी ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द इस आदमखोर बाघ को पकड़ा जाएगा ग्रामीणों की हालांकि मांग है कि आदमखोर बाघ को जल्द से जल्द पकड़ा जाए या कहीं और भेजा जाए
मृतकों और घायलों को तत्काल राहत राशि दी जाए स्कूल कॉलेज में सुरक्षा के बिना संचालन ना हो गांव में लगातार फॉरेस्ट टीम की निगरानी रखी जाए गुस्सा हुए ग्रामीण- श्श्बोले बाघ की जान बचाने के प्रयास हो रहे हैं लेकिन इंसानों की जान की कोई कीमत नहीं रहीश्श् अब यह देख सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि पीलीभीत के ग्रामीण ऐसे ही हर दिन बाघ का शिकार बनते रहेंगे । बाघ संरक्षण जरूरी है उससे ज्यादा जरूरी है इंसानों की सुरक्षा प्रशासन को अब फौरन निर्णायक कदम उठाने होंगे वरना यह दहशत और भी गहराती जाएगी जहां वन विभाग की टीम सोई हुई है क्योंकि ठोस कदम उठाए जाएं तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है तो वही बरखेड़ा विधायक अपनी विधानसभा क्षेत्र में इन हमलों से पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल पहले ही सुरक्षा मोहिया करने की मांग कर चुके थे लेकिन वन विभाग की टीम तब जागी होती इन चार दिनों में यह चार घटनाएं न होती और ना लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है अब देखना यह है कि वन विभाग पुलिस प्रशासन इस आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए कड़ी कार्रवाई करता है एवं कड़ी निगरानी करता है या फिर नये हादसे का इंतजार? यह बात लोगों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है। बताते चले हमले में घायल महिला एवं युवक को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया जहां अच्छे उपचार के लिए चिकित्सा सर्जन और मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल सीएमओ पीलीभीत से महामंडलेश्वर स्वामी प्रवक्तानंद केंद्रीय राज्य मंत्री एवं पीलीभीत सांसद जितेंद्र प्रसाद के प्रतिनिधि देव स्वरूप पटेल ने वार्ता की साथ ही बाघ हमले से घायल हुए दोनों लोगों से वार्ता की और उनके परिजनों से उनकी परेशानी पूछी साथी जिला प्रशासन एवं वन अधिकारियों से हर संभव प्रयास कर आबादी में घूम रही बाघिन को सुरक्षित पड़कर सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए विधायक लगातार वार्ता कर रहे हैं। तो दूसरी ओर डीएफओ को भी टाइगर को शीघ्र पकड़ने हेतु टीमो को बुलाने तथा शासन द्वारा परिजनों को उचित मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया।
बाघ के हमले में एक महिला की मृत्यु और एक महिला और किशोर घायल हुआ है। घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मृतक के स्वजनों को वन विभाग की ओर मुआवजा दिया जाएगा।ट्रेंकुलाइज टीम मौके पर मौजूद हैं। ड्रोन की मदद से बाघ की लोकेशन ट्रेस की जा रही है। लोकेशन मिलते ही बाघ को ट्रेकुलाइज कर लिया जाएगा।