बीसलपुरः मकरंदापुर चैराहे पर बंदरों का कहर, दुकानदारों ने प्रशासन से लगाई पकड़वाने की गुहार
July 02, 2025
बीसलपुर। नगर के मकरंदापुर चैराहे पर इन दिनों बंदरों का जबरदस्त आतंक छाया हुआ है। बंदर आए दिन न केवल दुकानों में घुसकर सामान उठा ले जाते हैं, बल्कि राहगीरों और ग्रामीणों पर हमला भी कर रहे हैं। दुकानदारों व स्थानीय नागरिकों ने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन से कई बार गुहार लगाई है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई है।
मकरंदापुर चैराहे के दुकानदारों का कहना है कि बंदरों ने उनका व्यापार पूरी तरह प्रभावित कर रखा है। चाट-पकौड़ी बेचने वाले दुकानदारों ने तो अपनी दुकानों को चारों ओर से जाली लगाकर बंद कर दिया है, फिर भी बंदर किसी न किसी तरह घुसकर खाने का सामान ले जाते हैं। यदि कोई राहगीर हाथ में पन्नी लिए गुजरता है, तो बंदर रास्ता रोककर जबरन पन्नी छीन लेते हैं।
स्थानीय किसान बताते हैं कि बंदर खेतों में खड़ी फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। किसान रात में आवारा गौवंश को भगाते हैं और दिन में बंदरों से खेतों की रक्षा करते हैं। स्थिति यह है कि अब मकरंदापुर चैराहे पर कोई फल विक्रेता दुकान लगाने को तैयार नहीं है।
अपना दल के जिला महासचिव नरेश कुमार गंगवार ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर स्थानीय विधायक विवेक वर्मा को भी अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गौवंश की समस्या से निपटने के लिए गौशालाएं बनवाई हैं, लेकिन बंदरों से राहत के लिए कोई योजना नहीं है। बंदर अब पशुओं से भी अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। घरों में महिलाएं रसोई में खाना नहीं बना पा रही हैं। कपड़े फाड़ देना, सामान उठा ले जाना आम बात हो गई है।उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि शीघ्र बंदरों को पकड़ने की व्यवस्था की जाए, ताकि लोगों को इस भयावह संकट से राहत मिल सके।