बाराबंकी। एक और चांदनी तड़प-तड़प कर बुझ गई... और सवाल फिर वही ,आखिर कब रुकेगा बेटियों के मौत का यह सिलसिला? थाना घुंघटेर क्षेत्र के शरीफाबाद गांव में 22 वर्षीय नवविवाहिता चांदनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया।
चांदनी का विवाह मई 2024 में रवि कुमार पुत्र जसवंत से हुआ था। गुरुवार सुबह मायके पक्ष को बेटी की मौत की सूचना मिली, तो परिवार में कोहराम मच गया। मृतका के मामा राकेश कुमार ने बताया कि उन्हें सुबह 5 बजे चांदनी के पिता कुशमेश निवासी भरथर, महमूदाबाद, सीतापुर ने फोन कर यह दर्दनाक खबर दी।मौके पर पहुंचे मायके पक्ष को बताया गया कि चांदनी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, लेकिन जब उन्होंने शव को देखा तो उस पर संदेहास्पद निशान मिले, जिससे मामला संदिग्ध लगने लगा।पिता कुशमेश ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही बेटी को एक लाख रुपये और सोने की चेन के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो चांदनी की गला दबाकर हत्या कर दी गई।घुंघटेर पुलिस ने मृतका के पिता की तहरीर पर पति रवि कुमार, देवर अजय, सास राम प्यारी और ससुर जसवंत के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। रवि और राम प्यारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।बेटी की लाश को निहारती आंखों में अब सिर्फ सवाल हैं ,क्या उसकी गलती बस इतनी थी कि वह दहेज नहीं ला सकी?एक और घर उजड़ गया, एक और मां-बाप का सपना टूट गया, और समाज एक बार फिर बेटियों की सुरक्षा पर खामोश है।