बाराबंकी। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर की 18वीं पुण्यतिथि पर गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट द्वारा गांधी भवन में एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ने की। उन्होंने चंद्रशेखर को युवा तुर्क और जनता के सच्चे सेवक के रूप में याद करते हुए कहा कि सत्ता उनके लिए सेवा का माध्यम थी, न कि सुख-सुविधा का साधन ।सभा में पूर्व विधायक सरवर अली खान ने चंद्रशेखर की ऐतिहासिक पदयात्रा और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में उनके योगदान को रेखांकित किया। वरिष्ठ सपा नेता ज्ञान सिंह यादव ने कहा कि वे गरीबों, किसानों और वंचितों के सच्चे मसीहा थे। समाजसेवी विनय कुमार सिंह ने उनके गरीब किसान पुत्र से प्रधानमंत्री बनने की संघर्षगाथा को प्रेरणास्पद बताया।
सभा में मृत्युंजय शर्मा, सत्यवान वर्मा, साकेत संत मौर्य, श्रवण यादव, धनंजय शर्मा, नीरज दूबे, विनोद भारती, राजेश यादव, राकेश शर्मा, मनीष सिंह, विजय कनौजिया, रणंजय शर्मा, जयकरन वर्मा, अंकित शर्मा व मो. तौफीक अहमद समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।अंत में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई और उनके सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया गया। यह आयोजन चंद्रशेखर के साधारण से असाधारण बनने की कहानी को फिर से जीवंत कर गया एक ऐसा नेता जो सत्ता में रहकर भी जमीन से जुड़ा रहा।