बाराबंकी। श्रावण मास के मेले को लेकर प्रशासन के दावों की कलई पहली ही बरसात में खुल गई। लोधेश्वर महादेव धाम में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन रविवार की पहली ही बारिश ने प्रशासन की तैयारी और लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली की कलई खोल कर रख दी। स्थिति यह है कि मंदिर के प्रवेश द्वार से लौधौरा चैराहे तक बनाई गई नई डामर सड़क पर जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण पूरा मार्ग पानी से लबालब भर गया। श्रद्धालुओं को गंदे पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ा, जिससे उनमें रोष है।तेज बारिश के बाद लोधेश्वर मंदिर मार्ग पर चारों ओर पानी भर गया। दुकानों के सामने पानी जमा हो गया, जिससे न केवल श्रद्धालु बल्कि स्थानीय दुकानदार और निवासी भी प्रभावित हुए।स्थानीय दुकानदारों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी ने सड़क तो बना दी, लेकिन नालियों की अनदेखी कर दी गई, जिससे अब हर बारिश में यही हाल रहेगा।श्रावण मेला जैसे महत्वपूर्ण आयोजन से पहले ही अव्यवस्थाओं की यह तस्वीर तहसील और जिला प्रशासन के लिए चेतावनी है। श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे हालात अगर जल्द नहीं सुधारे गए तो लोधेश्वर धाम में भीड़ संभालना चुनौती बन सकता है।
स्थानीय निवासी अंजनी अवस्थी, अमित कुमार अवस्थी, दिवाकर डब्लू वर्मा और सुनील कुमार ने कहा कि यह केवल पहली बारिश है, सावन अभी शुरू हुआ है। भविष्य में स्थिति और भयावह हो सकती है। श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं और ऐसे में उन्हें जलभराव और कीचड़ से जूझना पड़े यह बेहद शर्मनाक है।
ग्राम प्रधान अजय तिवारी ने कहा कि इस समस्या से विभाग को अवगत कराया जाएगा औरआवश्यकतानुसार जल निकासी के उपाय कराए जाएंगे। वहीं एसडीएम विवेकशील ने भरोसा दिलाया है कि जल निकासी की व्यवस्था को प्राथमिकता पर ठीक किया जाएगा।