- इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में जीता स्वर्ण और रजत पदक
- कक्षा 9 की छात्रा ने नेपाल में लहराया परचम, दिवंगत कोच को समर्पित किया विजय का जश्न
उनके पिता श्री कृष्ण चंद्र सिंह, जो वर्तमान में अपर जिला जज के पद पर कार्यरत हैं, और माता डॉ. सुमन सिंह दोनों ने शुरुआत से ही कृष्ण प्रिया को आत्मनिर्भर और बहुआयामी बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कृष्ण प्रिया बताती हैं, पढ़ाई के साथ आत्मरक्षा भी जरूरी है यह सीख मुझे मेरे माता-पिता से मिली।कृष्ण प्रिया न केवल ताइक्वांडो में निपुण हैं, बल्कि पढ़ाई, संगीत और रचनात्मक कार्यों में भी उनकी गहरी रुचि है। वह सही मायनों में एक ऑलराउंडर हैं, जो आने वाले समय में देश और जिले के लिए अनेक सफलताएं अर्जित कर सकती हैं।बाराबंकी जैसे छोटे शहर से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना आसान नहीं होता, लेकिन कृष्ण प्रिया ने यह कर दिखाया , यह साबित करते हुए कि यदि संकल्प सच्चा हो और मार्गदर्शन सही मिले, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता।कृष्ण प्रिया की यह उपलब्धि न केवल गर्व की बात है, बल्कि जिले की अन्य बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत भी है।