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पीलीभीतः मौलाना अब्दुल हमीद की जिला संवाददाता राजकुमार से विशेष भेंटवार्ता! सावन में सौहार्द और संयम रखें एक दूसरे की आस्था का करें सम्मान- मौलाना अब्दुल हमीद


पीलीभीत। जाने माने मौलाना अब्दुल हमीद ने एक इंटरव्यू के दौरान लखनऊ एवं कई राज्यों से प्रकाशित हिंदी दैनिक विधान केसरी के जिला संवाददाता राज कुमार से एक विशेष वार्ता के दौरान बताया  की सावन का महीना समीप है और इसी के साथ पूरे देश में कावड़ यात्रा का भी धार्मिक माहौल बनने लगा है इस अवसर पर हम सभी आपसी भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश एक दूसरे को देते हुए मिलजुल कर भाईचारे के साथ हर्षो उल्लास एवं धूमधाम के साथ सभी पर्व मनाए उन्होंने सभी मुस्लिम भाइयों से आग्रह किया है कि कावड़ यात्रा में निकल रहे हिंदू श्रद्धालुओं को शरबत तथा पानी पिलाये और उनकी यात्रा को शांतिपूर्ण तथा सुविधाजनक बनाने में सक्रिय योगदान दें इतना ही नहीं कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत एवं अभिनंदन करें मौलाना श्री हमीद ने कहा है कि जिस मार्ग से कावड़ यात्रा गुजरती है उसे ऐरिया की मीट की दुकान बंद रखी जाएं ताकि श्रद्धालुओं की भावनाओं को किसी भी प्रकार की ठेस न पहुंचे उन्होंने स्पष्ट किया है कि मीट खाना इस्लाम में हलाल है लेकिन यह अनिवार्य नहीं है यदि कोई मुसलमान भाई जीवन भर मीट ना खाए तब भी वह मुसलमान ही रहता है ऐसे ही सामाजिक और सौंदर्य के लिए थोड़ा त्याग करना हर धर्म के लिए पुण्य का कार्य है वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए बताया एवं हिंदू समाज से भी अपील की कावड़ यात्रा में कोई भड़काऊ नारे न लगाए जाएं और यात्रा पूरी तरह से शांतिपूर्ण हो उन्होंने कहा हमारा भारत अनेक मजहबों का सुंदर गुलदस्ता है जिसमें हर फूल की खुशबू बरकरार है इसको मिलजुल कर ही महकाया जा सकता है।वही श्री हमीद ने विधान केसरी के जिला संवाददाता राज कुमार को जानकारी देते हुए यह भी कहा कि आगामी मोहर्रम और ताजिए जुलूस को लेकर भी उचित सुझाव दिए हैं उन्होंने कहा ताजिए का निर्माण अधिक ऊंचाई में ना हो ताकि किसी भी क्षेत्र में बिजली के तारों को हटाना या पेड़ों को काटना  पड़े साथ ही ताजिया केवल परंपरागत मार्गो से ही निकल जाए और किसी भी प्रकार की कोई भी नई परंपरा ना शुरू की जाए श्री हमीद ने ताजिया निकालने वाले लोगों से अपील की है कि सामाजिक व्यवस्था और जन सुविधा का ध्यान रखें जुलूस में अनुशासन बनाए रखें और प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें धार्मिक कार्यों में संवेदनशीलता शालीनता और सहयोग की भावना आवश्यक है ताकि समाज में प्रेम और शांति बनी रहे। देश भर में प्रचलित मौलाना अब्दुल हमीद की यह अपील हिंदू मुस्लिम दोनों समुदायों के लिए प्रेरणादायक है जो भारत की गंगा जमुनी तहजीब को मजबूत करती है उनकी इस प्रकार की अपील एवं बयान को जिले भर के लोगों से सराहना मिल रही है और आमजन इसे  सौहार्द की मिसाल मान रहे हैं इतना ही नहीं बताते चलें कि मौलाना श्री नूरी होली ,दिवाली ही नहीं ईद, मुहर्रम ,रोजे के उपरांत भी अपनी समाज सेवा के लिए जाने जाते हैं हर पर्व को लेकर दैनिक राशन वस्त्र, फल,  मिठाईया एवं गरीब असहाय लाचार लोगों को दैनिक धनराशि देकर उनके पर्व एवं त्यौहार को चार चांद लगाते हैं उनका यह सराहनीय कार्य आज जिले के कोने-कोने में दिखाई एवं सुनाई देता है हर और उनके निष्ठा पूर्ण समाज सेवा से आज जनपद ही नहीं देशभर में उन्हें जाना जाता है।

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