लखनऊ। लखनऊ जिले के बख्शी का तालाब के संसारपुर और इटौजा के सिंहामऊ गांव में आम और नीम के पेंड काटने का मामला सामने आया है। सिहामऊ गांव में एक घर के अन्दर और बाहर लगे नीम तीन बडे पेंड बिना परमीशन के काट दिए गए। जबकि संसारपुर गांव में बिना परमीशन के आम के आठ पेंडों को लकडकट्टों ने बिना परमीशन के काट डाला। आम बागों में अभी फल खत्म नही हुए है लेकिन उनको काटे जाने का सिलसिला शुरु हो गया। जिम्मेदार वन विभाग इस अवैध कटान को रोकने में लगभग नाकाम साबित हो रहा है।संसारपुर गांव में आम आठ पेेड अवैध तरीके से काटे जाने के मामले में वन विभाग के सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार गौतम ने बताया कि,काटने की परमीशन न तो किसान ने ली और ना ही कटान करने वाले ने लिया है। मौके पर जाच कर जुर्माने की कार्यवाही की जा रही है।वहीं इटौंजा के सिंहामऊ गांव में चोरी छिपे औषधीय तीन नीम के पेंड काटे जाने के मामले में क्षेत्र में वन विभाग के सब इंस्पेक्टर मुबारक अली ने बताया कि,नीम के पेंड की कटान प्रतिबंधित है। नीम का पेंड काटने और कटवाने वाले दोनो पर इटौजा थाने पर एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है। वहीं लखनऊ के चन्द्रिका देवी मंदिर से लेकर गोमती किनारे घैला पुल तक सैकडों हेक्टेयर क्षेत्रफल में सरकारी जंगल फैला हुआ है। जिसमें चोरी छिपे पेडों की कटाई का सिलसिला जारी है। तेहतना गांव के सामने गोमती नदी किनारे इन दिनों जगली पेडों की कटाई का सिलसिला जारी है। नसेबाजों की करतूत जंगल को खत्म कर रही है। शाम होते ही नशेबाज पेड को तलाशते है। रात के अंधेरे में उसे काटकर डाल देते है और तडके सुबह वाहन पर लादकर पार कर देते है। वन विभाग के अधिकारी जब जागते है तबतक वह लकडी किसी न किसी वैध आरा मशीन पर बिक जाती है।
बीकेटी वन रेंज के रेजर अनुज कुमार सिंह कहते है कि,विभाग के कर्मचारी लगातार क्षेत्र में गस्त करते रहते है। किसी प्रकार की अवैध कटान पर कार्यवाहीं की जाती है। जगल से सरकारी लकडी के कटान को लेकर उनको जानकारी नही है अगर ऐसा हुआ है तो वह कार्यवाही करवाएंगे।