रामनगर/बाराबंकी। बरसों से रेलवे क्रॉसिंग पर घंटों रुकते वाहन, स्कूली बच्चों की चिंता में डूबे अभिभावक, और ऑफिस के लिए भागते लोग रामनगर की इन रोजमर्रा की परेशानियों को अब जल्द ही राहत मिलने जा रही है। शासन से 76 करोड़ रुपये की लागत से लखनऊ-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है। यह ओवरब्रिज केसियापुर से गणेशपुर मोड़ तक करीब एक किलोमीटर लंबा होगा और क्षेत्रवासियों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आएगा।
इस समय इस बहुप्रतीक्षित परियोजना की नींव मजबूत करने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता जांच (सॉइल टेस्टिंग) का कार्य प्रगति पर है। बीकेजी एसोसिएट कंपनी को यह कार्य सौंपा गया है, जिसकी 12 सदस्यीय तकनीकी टीम एसपीटी (स्टैंडर्ड पेनिट्रेशन टेस्ट) के जरिए हर खंभे के स्थान की मजबूती जांच रही है। जूनियर इंजीनियर आमिर के अनुसार, करीब 22 स्थानों पर परीक्षण होंगे, जो दो महीने तक चलेंगे।सर्वेयर अशोक दुबे ने बताया कि पियर टेस्टिंग का कार्य आगामी 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा और पूरी परियोजना दो वर्षों में पूर्ण करने का लक्ष्य है। इस दौरान निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों के लिए कैम्प की व्यवस्था भी की गई है, जिससे कर्मचारियों को किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। निर्माणाधीन ओवरब्रिज चैकाघाट रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाली परेशानी का स्थायी समाधान बनेगा, जहां ट्रेनों की अधिकता के चलते क्रॉसिंग घंटों बंद रहती है। इसके चलते स्कूली बच्चों, मरीजों और कामकाजी लोगों को भारी दिक्कत होती है। अब इस परियोजना के पूर्ण होने पर न केवल समय और ईंधन की बचत होगी, बल्कि जीवन की रफ्तार भी सुचारु होगी।