मसौली/बाराबंकी। शुक्रवार की दोपहर बांसा-बड़ागांव मार्ग पर स्थित हनुमान मंदिर के पास दो बाइकों की आमने-सामने जोरदार टक्कर में घायल हुए 20 वर्षीय युवक की इलाज के दौरान लखनऊ ट्रामा सेंटर में मौत हो गई। हादसे में चार युवक घायल हुए थे, जिन्हें जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया था। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।जानकारी के अनुसार, सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम कुड़ी निवासी अंकित यादव पुत्र सुभाष और मसौली थाना क्षेत्र के ग्राम बांसा निवासी करन पुत्र सुरेश, रंजीत पुत्र बाले व विनय मौर्य पुत्र ईश्वरदीन दो बाइकों पर सवार होकर शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे जा रहे थे। हनुमान मंदिर के पास अचानक सामने से आ रही बाइकों की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि चारों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान रात में 20 वर्षीय करन पुत्र सुरेशचंद्र वर्मा ने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। शव को परिजन घर ले आए, जिसके बाद मौके पर पहुंची मसौली पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
करन की मौत से बुझ गया सुभाषिनी का आशियाना मृतक करन अपने परिवार का इकलौता चिराग था। उसके पिता सुरेशचंद्र वर्मा की दो वर्ष पूर्व हृदयगति रुकने से मृत्यु हो चुकी थी। घर में करन और उसकी मां सुभाषिनी ही रह गए थे। करन प्राइवेट वाहन चलाकर घर का खर्च चलाता था और विधवा मां का इकलौता सहारा था। बेटे की असमय मौत ने मां की दुनिया ही उजाड़ दी। मां सुभाषिनी की चीख-पुकार से गांव का हर शख्स भावुक हो उठा।पड़ोसियों के मुताबिक, करन बेहद मेहनती और जिम्मेदार लड़का था। पिता की मौत के बाद उसने पढ़ाई छोड़कर परिवार की जिम्मेदारी संभाली थी। मां को हमेशा खुश रखने की कोशिश करता था। लेकिन एक हादसे ने उसकी जिंदगी छीन ली और सुभाषिनी को असहाय छोड़ दिया।