बाराबंकी। डलई पुरवा, बिरौली की नन्ही वैज्ञानिक पूजा पाल आज पूरे प्रदेश में गर्व और उम्मीद का नाम बन चुकी हैं। कक्षा 9 में पढ़ने वाली इस होनहार छात्रा ने धूल रहित भूसा थ्रेशर का आविष्कार कर विज्ञान की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। जापान से लौटने के बाद पूजा का गांव अब सम्मान और प्रेरणा का केंद्र बन गया है।
सोमवार को भाजपा नेता सिद्धार्थ अवस्थी अपने दल-बल के साथ पूजा के घर पहुंचे। उन्होंने पूजा को एक नई साइकिल भेंट की और भावुक होते हुए यह भी कहा कि वह पूजा और उसकी दोनों बहनों की 12वीं के बाद की पढ़ाई अपने ग्राम्यांचल महाविद्यालय में निशुल्क कराएंगे। यह घोषणा पूजा के पिता पुत्तीलाल की आंखों में आंसू और गर्व दोनों लेकर आई।पूजा का घर इन दिनों एक संवेदनाओं का संगम बना हुआ है, जहां समाज के हर वर्ग के लोग अपनी शुभकामनाएं लेकर पहुंच रहे हैं। सिद्धार्थ अवस्थी के साथ जनेस्मा छात्र संघ के पूर्व महामंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता हरीश मिश्रा, भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन वर्मा, आकाश त्रिपाठी, अनिल वर्मा, अजय यादव, ग्राम प्रधान अनिल वर्मा सहित कई सभ्रान्त लोग मौजूद रहे।इस बीच जानकारी मिली है कि एक अगस्त को सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल भी पूजा और उनके परिवार से भेंट करेंगे। पूजा की सफलता को राजनीतिक दलों की सीमाओं से परे एक राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखा जा रहा है।पूजा पाल न सिर्फ अपने गांव और जिले बल्कि देश की बेटियों के लिए एक आदर्श बनकर उभरी हैं। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी यह बताती है कि सपने सीमाओं में नहीं बंधते, जरूरत है तो उन्हें उड़ान देने वालों की।