बाराबंकी: प्रधानमंत्री के मन की बात’ से जुड़ी देशभक्ति और पर्यावरण की पुकार! बलिदान दिवस पर श्रद्धा और वृक्षारोपण के संकल्प के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया खास दिन
June 29, 2025
मसौली/सिरौलीगौसपुर /बाराबंकी। रविवार को जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को सामूहिक रूप से सुनते हुए एकता, देशप्रेम और पर्यावरण-संवर्धन का संदेश दिया। जिले की सभी तहसीलों और विकास खंडों में बूथ स्तर पर हुए कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं की भागीदारी ने इस आयोजन को विशेष बना दिया।मसौली ब्लॉक की ग्राम पंचायत रहरामऊ के भग्गापुरवा मजरे में न केवल प्रधानमंत्री का संदेश गंभीरता से सुना गया, बल्कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस को भी श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया, जहां ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अनिल वर्मा और हिमांशु पटेल ने अपनी माता ग्राम प्रधान उर्मिला वर्मा के नाम पर चीकू का पेड़ रोपित किया।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत ने डॉ. मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि वे केवल एक राजनीतिज्ञ नहीं बल्कि एक सच्चे राष्ट्रभक्त और समाज सुधारक थे, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने का प्रबल विरोध किया था।वृक्षारोपण के दौरान उन्होंने कहा ,माँ के नाम वृक्ष लगाना न केवल प्रेम का प्रतीक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए सांस लेने की उम्मीद भी है।उन्होंने पर्यावरण को बचाने की अपील करते हुए वृक्षों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।तो वही सिरौलीगौसपुर के शेषपुर टूटरु गांव में, ग्राम प्रधान संजय सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक शरद कुमार अवस्थी ने भाग लिया। उन्होंने भी अपनी मां के नाम एक पौधा रोपित किया और कहा, आज जब हम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को याद कर रहे हैं, तब पर्यावरण रक्षा का संकल्प लेना सबसे बड़ी सेवा होगी।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि बारिश के इस मौसम में हर कोई अपनी मां के नाम एक पौधा जरूर लगाए, ताकि प्रकृति और भावनाओं दोनों का संतुलन बना रहे।
इन कार्यक्रमों में न केवल ‘मन की बात’ सुनी गई, बल्कि हर दिल में राष्ट्रभक्ति, पर्यावरण के प्रति संवेदना और मातृत्व के सम्मान का भाव भी बोया गया।इस मौके पर
जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, पूर्व विधायक कुमार अवस्थी, संतोष पांडेय, नीरज वर्मा, अनिल वर्मा, हिमांशु पटेल, संतोष यादव, बलराज वर्मा, ब्रजराज सिंह, ओमकार वर्मा, और अन्य समाजसेवी व कार्यकर्ता शामिल रहे।यह आयोजन सिर्फ एक रेडियो कार्यक्रम के श्रवण भर नहीं था, यह एक भावनात्मक यात्रा थी ,जहां देश, धरती और मां तीनों के लिए प्रेम और कर्तव्य का एहसास उभरा।