बाराबंकी:आस्था से सराबोर रानीगंज की गलियों में गूंजे जयकारे! भक्तिमय कलश यात्रा ने बांधा भावनाओं का संगम
June 30, 2025
सूरतगंज /बाराबंकी। श्रद्धा, आस्था और परंपरा के पवित्र संगम में डूबा रानीगंज का ठाकुर द्वारा सिंह प्रांगण सोमवार को एक अद्भुत आध्यात्मिक दृश्य का साक्षी बना, जब शतचण्डी महायज्ञ की शुरुआत भव्य कलश यात्रा के साथ हुई।
सैकड़ों महिलाओं ने पारंपरिक वस्त्रों में सिर पर कलश धारण कर जब भगहर झील की ओर कदम बढ़ाए, तो हर रास्ता भक्तिमय हो उठा। जय माता दी के जयघोषों से गूंजते मार्ग पर गंगा-जमुनी तहजीब की झलक देखने को मिली। श्रद्धा से भरे मनों ने झील तट पर पहुंचकर जल भरा, और फिर उसी भावभक्ति के साथ लौटकर कलशों को यज्ञ स्थल तक पहुंचाया।यात्रा का हर क्षण मानो देवी का आह्वान था, हर कदम एक पवित्र संकल्प श्रृद्धा, संस्कृति और सद्भाव के पुनर्स्थापन का। जब कार्यक्रम स्थल पर विधिविधान से पूजा-अर्चना शुरू हुई, तो समूचा परिसर दिव्यता की अनुभूति से भर उठा।
यह आयोजन न केवल एक धार्मिक परंपरा का निर्वहन था, बल्कि ग्रामीण संस्कृति, एकता और महिला भागीदारी का जीवंत उदाहरण भी था। कलश यात्रा ने यह संदेश दिया कि जब आस्था जागती है, तो गांव की गलियां भी तीर्थ बन जाती हैं और जन-जन की भावनाएं मां भगवती के चरणों में अर्पित हो जाती हैं।