बाराबंकी: नवजात शिशु के जन्म के साथ ही खुलेगें आर्थिक समृद्धि के द्वार! वन विभाग की तरफ से उपहार में मिलेगा ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट
June 30, 2025
बाराबंकी। जब किसी घर में नन्हा जीवन जन्म लेता है, तो वह सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरी प्रकृति की भी उम्मीद बन जाता है। इसी आशा को संजोते हुए जिले में ‘वन महोत्सव सप्ताह’ 1 से 7 जुलाई के दौरान एक भावनात्मक और दूरदर्शी पहल की शुरुआत की जा रही हे।इस योजना के तहत हर सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाले नवजात शिशु को एक सागौन का पौधा और उपहार स्वरूप दिया जाएगा।
जनपद में इस पहल की शुरुआत महिला अस्पताल से की जा रही है। मंगलवार को नवजातों के परिजनों को सागौन का पौधा सौंपा जाएगा यह एक ऐसा उपहार होगा जो नवजात शिशु के जीवन की हरियाली और भविष्य में आर्थिक संबल बनेगा। इसको लेकर वन विभाग और स्वास्थ्य महकमों में पूरी कसरत की जा चुकी है। जिला महिला अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी अर्ध सरकारी अस्पतालों में रात्रि 12 बजे से सुबह तक जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को वन विभाग सागौन का पौधा व ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’उनके अभिभावकों को दिया जायेगा। प्रभागीय वन अधिकारी वरुण सिंह की माने तो सागौन सिर्फ एक पौधा नहीं, बल्कि बच्चे की तरह बड़ा होने वाला परिवार का सदस्य है। जब तक बच्चा बालिग होगा, तब यह पौधा भी कीमती लकड़ी का वृक्ष बन जाएगा, जो उसके भविष्य की आर्थिक रीढ़ बन सकता है।‘ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’ केवल एक कागज नहीं, बल्कि पर्यावरण से रिश्ते की शुरुआत का दस्तावेज है। इस पहल का संदेश साफ है बच्चे के साथ एक पेड़ भी बड़ा होगा, एक रिश्ता पनपेगा प्रकृति से, और इस रिश्ते की जड़ें भावनाओं से सींची जाएंगी।वन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि संस्थागत प्रसव के समय ही यह पौधा और प्रमाणपत्र परिजनों को सौंप दिया जाए। साथ ही, यह सुझाव भी दिया जाएगा कि पौधे को घर के पास लगाएं और ठीक उसी तरह पालें जैसे अपने शिशु को।
यह पहल प्रतीक नहीं, प्रतिबद्धता है ,प्रकृति से, भविष्य से और उस हर सांस से जो इस धरती पर ली जाती है। ‘पौधरोपण महाभियान-2025’ के तहत सरकार जहां हर कोना हरा करना चाहती है, वहीं इस भावनात्मक पहल के माध्यम से वह एक नई पीढ़ी को पर्यावरण से आत्मीय रूप से जोड़ने का संकल्प ले रही है।प्रत्येक नवजात शिशु के साथ एक हरियाली जन्म लेगी, और यह हरियाली ही आने वाले कल की सच्ची समृद्धि बनेगी।
महिला अस्पताल के सीएमएस डा. प्रदीप कुमार ने इस पहल को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखते हुए कहते है कि यह पहल नवजात शिशु के लिए किसी उपहार से कम नहीं रात्रि 12 बजे के बाद जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए है। सूची तैयार कर मंगलवार को इस अभियान को मुहिम का रूप दिया जाना बेहद प्रशंसनीय पहल है।