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मेइती नेता की गिरफ्तारी से मणिपुर में बिगड़े हालत, प्रदर्शनकारियों ने किया आत्मदाह का प्रयास


मणिपुर में मेइती संगठन के नेता अरम्बाई तेंगोल की गिरफ्तारी को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद रविवार (8 जून) को भी स्थिति तनावपूर्ण बनी रही और प्रशासन ने इंफाल घाटी के पांच जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं. पुलिस ने यह जानकारी दी.

इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्वी, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों में एहतियातन निषेधाज्ञा लागू की गई है और इन घाटी क्षेत्रों में वीसैट और वीपीएन सुविधाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.

प्रदर्शनकारियों ने नेता की रिहाई की मांग करते हुए क्वाकीथेल और उरीपोक में सड़क के बीचों-बीच टायर और पुराना फर्नीचर जलाया. मणिपुर की राजधानी में अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच शनिवार (7 जून) की रात झड़प हुई. गुस्साई भीड़ ने इंफाल पूर्वी जिले के खुरई लामलोंग में एक बस में आग लगा दी.

वहीं, क्वाकीथेल में कई गोलियों की आवाजें सुनी गईं लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि गोलियां किसने चलाईं. नेता की गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों ने तुलिहाल में इंफाल हवाई अड्डे के मुख्य द्वार का भी घेराव किया. वे हवाई अड्डे के पास सड़कों पर उतर आए और गिरफ्तार नेता को राज्य से बाहर ले जाने के किसी भी संभावित प्रयास को रोकने के लिए उन्होंने मार्ग को अवरुद्ध कर दिया. इस बीच, अरम्बाई तेंगोल के सदस्यों ने गिरफ्तारी का प्रतीकात्मक विरोध करते हुए अपने ऊपर पेट्रोल डाला.

मेइती नेता की गिरफ्तार के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ काले कपड़ों में नजर आ रहे है, जो अपने ऊपर पेट्रोल डालते हुए और आत्मदाह करने की धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि, अभी तक इस वीडियो पर पुष्टि नहीं हो पाई है.

सुरक्षाबलों ने यहां राजभवन से लगभग 200 मीटर दूर कंगला गेट के सामने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले इस्तेमाल किए. राजभवन की ओर जाने वाली सड़कों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और केंद्रीय बलों के कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है.

अशांत पूर्वोत्तर राज्य में विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर इंफाल पश्चिम के जिलाधिकारी की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘‘इंफाल पश्चिम के पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में शांति व्यवस्था के गंभीर उल्लंघन, सार्वजनिक शांति बिगड़ने, दंगे या झगड़े होने और असामाजिक तत्वों की गैरकानूनी गतिविधियों के कारण मानव जीवन और संपत्तियों को गंभीर खतरा होने की सूचना दी है.’’

जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 की उपधारा दो के तहत पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने और लाठी, पत्थर, आग्नेयास्त्र या धारदार हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

पुलिस ने कहा कि थौबल और काकचिंग जिलों में भी इसी तरह के एहतियाती कदम उठाए गए हैं. इंफाल पूर्वी और बिष्णुपुर जिलों में BNSS की धारा 163 की उपधारा एक के तहत लोगों के शनिवार (7 जून) की रात 10 बजे से अगला आदेश दिए जाने तक अपने घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है.

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अरम्बाई तेंगोल के एक नेता की गिरफ्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए. प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प में तीन लोग घायल हो गए. सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.’’ वहीं, शनिवार (7 जून) की रात पौने 12 बजे से पांच दिन के लिए घाटी के पांच जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं.

आयुक्त-सह-सचिव (गृह) एन अशोक कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया, ‘‘विशेष रूप से इंफाल पूर्वी, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने वाली छवियों, अभद्र भाषा और घृणास्पद वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने पर उपयोग कर सकते हैं. इसका राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर हो सकता है.’’

आदेश में कहा गया कि इस आदेश को आकस्मिक स्थिति के मद्देनजर एकतरफा पारित किया गया और उपर्युक्त आदेश के उल्लंघन का दोषी पाए जाने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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