चोपन- खनन व्यवसायियों- व ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष में आडियो वीडियो को लेकर गाली गलौज दोनो तरफ से मुकदमा दर्ज।
खनिज कार्यालय में ज्येष्ठ खान अधिकारी से हुई वार्ता की वीडियो-तस्वीरें वायरल करने का आरोप लगाया गया है।
सोनभद्र। ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल किशोर सिंह ने आरोप लगाया जहां, एक साजिश के तहत, गलत तथ्यों के साथ, खनिज कार्यालय में ज्येष्ठ खान अधिकारी से हुई वार्ता की वीडियो-तस्वीरें वायरल करने का आरोप लगाया गया है। वहीं, एसोसिएशन के पूर्व में सचिव रह चुके सरफराज अंसारी की तरफ से कमलकिशोर सिंह पर, वीडियो-तस्वीरें वायरल करने का गलत आरोप लगाकर, धमकी देने, गाली-गलौज करने, गलत ऑडियो वायरल करने का आरोप लगाते हुए, शिकायत दर्ज कराई गई है। दोनों मामलों में चोपन पुलिस की तरफ से दोनों शिकायतकर्ताओं के साथ ही, एक चर्चित सपा नेता के खिलाफ, बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। कमलकिशोर सिंह की तरफ से दी गई तहरीर में बताया गया है कि ट्रक ओनर्स के हितों की रक्षा से संबंधित मसले पर गत 22 मई 2025 की शाम करीब छह बजे कार्यालय खनन विभाग में ज्येष्ठ खान अधिकारी से वार्ता कर रहा था। आरोप है कि, वहां मौजूद सरफराज असारी पुत्र जैनुल हसन अंसारी निवासी प्रीतनगर, चोपन ने उनके और खान अधिकारी की वार्ता का चोरी से वीडियो और फोटो बना लिया। इसके बाद उस वीडियो/फोटो को इस्तियाक अहमद पुत्र सुल्तान खान निवासी डिग्री कालेज के पास ओबरा को भेज दिया।आरोप लगाया गया है कि सरफराज और इस्तियाक अहमद सपा नेता ने एक जालसाजी के तहत बातचीत का फोटो इस्तेमाल कर खनन की नकारात्मक खबर प्रसारित करवाई गई। जबकि उक्त प्रसारित खबर के शीर्षक का उनसे वार्तालाप से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं था। आरोप है कि इसका विरोध किए जाने पर सरफराज की तरफ से धमकियां दी गई। रात में ट्रांसपोर्ट कार्यालय पर साथियों के साथ असलहे और लाठी-डंडे के साथ पहुंचकर धमकाने का भी आरोप लगाया गया है।
उधर, सरफराज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि घटना 22 मई 2025 की रात लगभग 10 बजे की है। उसके मोबाइल पर कमल किशोर सिह के मोबाइल से फोन आया। फोन उठाने पर गाली-गलौज की गई। कारण पूछने पर गलत आरोप लगाते हुए गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी गई। वही चोपन थाना प्रभारी विजय चौरसिया ने बताया कि आडियो वीडियो को लेकर मामला प्रकाश में आया है दोनो तरफ से तहरीर मिली है मुकदमा पंजीकृत किया गया है जांच की जा रही है इसके पीछे क्या है।