जिला अस्पताल में एक्सीडेंट मरीज को बहलाने पुसलाने व सस्ते में इलाज कराने के लिए मरीज को डील करती दो महिलाएं।
जिला अस्पताल लोढ़ी में अंदर बाहर मरीजो का जीना दुस्वार हो गया हैं आखिर कार दलालों को कैसे पता चल जाता है कि मरीज आये हैं।
सोनभद्र। जिला अस्पताल के अंदर व बाहर निजी प्राइवेट एम्बुलेंस चोरी छिपे रुकने का नाम नही ले रहे हैं । खासकर प्राइवेट एंबुलेंस के आड़े तिरछे खड़े रहते हैं। आश्चर्य यह है कि जिला अस्पताल के जिम्मेदार दलालों को कैसे एंट्री देने दे रहे हैं।
लोढ़ी में पुलिस चौकी भी बनी हुई हैं उसके बाद भी मरीज को उठा ले जा रहे हैं दलाल भीड़ जमा रहने का फायदा शातिर किस्म के लोग उठाते हैं। इन सभी गतिविधियों को देखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगे है, इसके बाद भी कार्यवाही शून्य है। जहा एक तरफ प्रदेश सरकार आम नागरिकों के बेहतर और फ्री इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों पर हर महीने करोड़ों रूपए खर्च कर रही है, वहीं सोनभद्र में जिला अस्पताल मरीजो को साथ खिलवाड़ व आये दिन डॉक्टरों का लफड़ा बना रहता है कभी अल्ट्रासाउंड बन्द रहता है तो कभी सिटी स्कैन उसी का दलाल फायदा उठा लेते हैं और दूसरे जगह ले जाकर करवा देते हैं जिसका अच्छा खासा कमीशन मिल जाता है। वहीं जिला अस्पताल में जन औषधि केंद्र की स्थापना कराई गई है, लेकिन डॉक्टरों के द्वारा जन औषधि केंद्र से महंगी दवाई खरीदने को बेवस हैं मरीज जिला अस्पताल की दवाई से ठीक नही होगा मरीज डॉक्टर का कहना हैं।
दवा न लिखकर बाहर के मेडिकलों की दवा लिखी जाती है। जिससे मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वही एक मरीज आया था जिला अस्पताल में इलाज कराने शनिवार को लालचन्द्र पुत्र लछु निवासी राजापुर थाना मड़िहान उर्म 45 वर्ष । महिला दो दलाल परिजनों से सोमवार को मिली और डाक्टर से बात करवाई जिसमे डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन के 15 हजार 5 हजार दवाई का 5 हजार वेड व अन्य खर्चा इतने में हो जाएगा।