पाकिस्तान बना भिखारियों की फैक्ट्री! सऊदी अरब ने भगाए 5 हजार भिखारी
May 15, 2025
एक तरफ पाकिस्तान सरकार आईएमएफ (IMF) से पैसा लेकर आतंकवादी पर लुटा रही है तो दूसरी तरफ उनकी आम जनता विदेशों में जाकर भीख मांग रही है. पाकिस्तान की छवि इंटरनेशनल भिखारी की हो चुकी है. हालत तो ये है कि दूसरे देशों को अपने यहां से पाकिस्तानी भिखारियों को भगाना पड़ रहा है. सऊदी अरब ने पिछले 16 महीनों में कुल 5,033 पाकिस्तानी भिखारियों को अपने देश से निकाला है.
पाकिस्तान सरकार के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने नेशनल असेंबली में डेटा पेश किया, जिसमें बताया गया कि भीख मांगने के आरोप में कितने पाकिस्तानियों को विदेश से वापस पाकिस्तान डिपोर्ट किया गया. जनवरी 2024 से अब तक कुल 5,402 पाकिस्तानियों को सऊदी अरब, इराक, मलेशिया, ओमान, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भगाया गया है. पांच अन्य देशों में भीख मांगते हुए 369 पाकिस्तानी पकड़े गए.
पाकिस्तानी सरकार के मुताबिक सऊदी के अरब के बाद सबसे ज्यादा 247 पाकिस्तानी भिखारी को इराक से वापस भेजा गया. मोहसिन नकवी ने माना है कि यूएई ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके के उठाया और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा पर सख्त पाबंदियां लगाई है. पिछले 3 सालों में 50000 पाकिस्तानी दुनिया भर के देशों में भीख मांगते पाए गए.
मोहसिन नकवी के अनुसार 2025 में अब तक यानी 4 महीनों के दौरान अलग-अलग देशों से भीख मांगने के आरोप में 552 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेजा गया. पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 में कई देशों ने भीख मांगने के आरोप में 4850 पाकिस्तानियों को वापस भेजा था. पाकिस्तान के लोग धार्मिक यात्रा के नाम पर सऊदी अरब जाने का वीजा लेते हैं और वहां जाकर भीख मांगना शुरू कर देते हैं.
पाकिस्तान सरकार के आंकड़ों के देखने के बाद पता चलता है कि पाकिस्तान का एक भी इलाका ऐसा नहीं है जहां के लोग भिखमंगे न हों. पाकिस्तान कहता है कि उसके पंजाब और सिंध प्रांत के लोग अमीर हैं, जबकि सरकारी डेटा के अनुसार इन दोनों प्रांतों के लोगों को भी भीख मांगते हुए पकड़ा गया और फिर भगाया गया.