ब्यूरो सोनभद्र
सोनभद्र। जिला अस्पताल लोढ़ी में इस कदर दलालों को एंट्री हो गई है कि निजी हॉस्पिटल लोढ़ी के सहारे आश्रित, शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी मौत का सौदा करने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं। आज ही एक मरीज आया था एक्सीडेंटल उसे वाराणसी के लिए रेफर किया गया लेकिन पहुच गया निजी अस्पताल आखिर कार किसके चलते, मुख्यालय पर करीब एक दर्जन अवैध नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। जिसमे हॉस्पिटल के कई गाड़िया हैं जो बिना नम्बर की चलती है जिसमे मरीज उठाने में आसान रहता है ।इनके आदमी पूरे क्षेत्र में फैले हुए हैं। यह गरीबों का शोषण कर मरीजों को अपने जाल में फंसा कर निजी अस्पतालों में ले जाते है इतना ही नही एक महिला डिलेवरी केस बुद्धवार को आया दलाल उठा ले गया नही हॉस्पिटल आखिर कार जिला अस्पताल में इतना सिकोटी डियूटी होने के बाद भी मरीज निकल गया और उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं। मुख्यालय से लेकर उरमौरा तक अवैध हॉस्पिटल बिना पंजीयन चल रहे हैं स्वास्थ्य विभाग मुख दर्शक बना हुआ है इतना ही नही जिले में बिना मानक व अप्रशिक्षित लोग दुकान चला रहे हैं। दलाल बिना रोक टोक अपना काम कर रहे हैं। कुछ हास्पिटल को सील करने के बाद भी जस के तस हॉस्पिटल चल रहे हैं। क्षेत्र में जगह-जगह अनाधिकृत रूप से चल रहे चिकित्सालय में कथित डाक्टरों द्वारा इलाज किया जाता है। गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी, गर्भपात एजेंटों के माध्यम से अंजाम दिया जा रहा है। अस्पताल तक मरीजों को पहुंचाने के बाद एजेंटों को निर्धारित कमीशन दे दिया जाता है।