प्रतापगढः सीएम डैशबोर्ड में खराब रैकिंग को प्राथमिकता पर ठीक करायें-डीएम
April 09, 2025
प्रतापगढ़। जिले में जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने बुधवार को कैम्प कार्यालय के सभागार में 50 लाख से अधिक लागत की परियोजनाओं, पूर्वांचल विकास निधि व सीएम डैशबोर्ड एवं की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने 50 लाख से अधिक लागत की परियोजनाओंध्निर्माण कार्यो की समीक्षा में पिछली मासिक बैठक में दिये गये निर्देशों एवं प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। अधिशासी अभियन्ता जल निगम द्वारा बताया गया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत लोहंगपट््टी ग्रामीण पाइप्ड पेयजल योजना में ठेकेदार द्वारा कार्य नही किया जा रहा है और सम्बन्धित ठेकेदार को 03 बार नोटिस दी गयी जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सम्बन्धित ठेकेदार के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जाये। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जितने भी सड़क से सम्बन्धित कार्य कराने है उनकी कार्ययोजना बनाकर सड़कों के कार्य गुणवत्तायुक्त बनाये जाये। इसी प्रकार जिलाधिकारी ने उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग, सेतु निर्माण, सी0 एण्ड डी0एस यूनिट-10 प्रयागराज, यूपीपीसीएल निर्माण इकाई-14 लखनऊ, यूपीपीसीएल निर्माण इकाई-2 प्रयागराज, यूपीआरएनएसएस प्रयागराज, यूपी राजकीय निर्माण निगम प्रयागराज आदि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे परियोजनाओं के निर्माण कार्य की समीक्षा की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने परियोजनाओंध्निर्माण कार्यो की समीक्षा कर अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि जिन परियोजनाओं के निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है उन्हें एक सप्ताह के अन्दर हैण्डओवर कर दिया जाये, यदि मैनपावर नही है तो पत्राचार किया जाये। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि परियोजनाओं के निर्माण कार्य यदि गुणवत्तायुक्त न हो तो हैण्डओवर न लिया जाये। हैण्डओवर के बाद सम्बन्धित विभाग उसका संचालन करें जिससे जनसामान्य व प्रशासकीय हित में कार्य किये जाये। परियोजनाओं के कार्यो के पूर्ण करने की तिथि जो दर्शायी जाये उसी तिथि के अन्दर परियोजनाओं का कार्य पूर्ण कराया जाये, यदि निर्धारित तिथि तक कार्य पूर्ण नही किया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी सम्बन्धित अधिकारी अपने-अपने परियोजनाओं के कार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर उसकी गुणवत्ता को देखें और जो भी कमियां दिखायी दें उसे सम्बन्धित कार्यदायी संस्था को अवगत कराते हुये दुरूस्त करायें नही ंतो स्वयं की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होने निर्देशित किया कि जिन परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है उनका भुगतान समय से किया जाये। सभी विभाग गाइडलाइन के अनुसार ही कार्य को करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन परियोजनाओं में जमीन से सम्बन्धित जो प्रकरण लम्बित है सम्बन्धित उपजिलाधिकारी से समन्वय कर आवश्यक कार्यवाही की जाये यदि कोई समस्या आती है तो अवगत कराया जाये।
पूर्वांचल विकास निधि के स्वीकृत कार्यो के प्रगति की समीक्षा की गयी जिसमें यूपीएसआईसी द्वारा कराये गये कार्यो में लापरवाही पायी गयी जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था यूपीएसआईसी को कड़ी फटकार लगायी और निर्देशित किया कि कार्यो को गुणवत्तायुक्त किया जाये। डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि पुराने कार्यो की गुणवत्ता की जांच हेतु टीम गठित कर कार्यो की जांच करायी जाये। पूर्वांचल विकास निधि के सम्बन्ध में बताया गया कि टेण्डर का कार्य पूर्ण कर लिया गया है जिस पर डीएम ने कहा कि वर्क आर्डर जारी कर कार्य कराना सुनिश्चित किया जाये। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि कार्यो को गुणवत्तापूर्ण ढंग से कराया जाये, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाये।
सीएम डैश बोर्ड की समीक्षा में पंचायती राज विभाग, वन विभाग, मत्स्य विभाग व समाज कल्याण की रैकिंग ई श्रेणी में पायी गयी। इसी प्रकार जल निगम, पर्यटन, प्राथमिक शिक्षा, लोक निर्माण की रैकिंग सी श्रेणी में पायी गयी। सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा में जिलाधिकारी ने अधिकारियां को निर्देशित किया कि विकास कार्यो से सम्बन्धित बी, सी, डी एवं ई श्रेणी का फार्मुला समझ ले, जिन विभाग की रैकिंग योजनाओं में खराब रहती है उसको प्राथमिकता पर ध्यान देकर रैकिंग ठीक करा लें। उन्होने कहा कि जिन अधिकारियों की रैकिंग खराब रहती है वे अपनी कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा, परियोजना निदेशक डीआरडीए दयाराम यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ए0एन0 प्रसाद, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रियंका सोनी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।