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बीसलपुर: विकास खंड स्तरीय ब्लॉक में पी.डी.आई एवं एल.एस.डी.जी पर एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ संपन्न


बीसलपुर। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना के अंतर्गत उपनिदेशक पंचायत बरेली मंडल बरेली महेंद्र सिंह के कुशल निर्देशन में जनपद पीलीभीत के विकास खंड बीसलपुर सभागार में सम्मानित ग्राम प्रधान, एडीओ पंचायत, ग्राम पंचायत सचिव एवं ग्राम विकास अधिकारियों का पंचायत विकास सूचकांक आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा एवं सुशासन वाली ग्राम पंचायत थीम पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ स्टेट ट्रेनर वीर सक्सेना ने किया। प्रशिक्षक अशोक कुमार तोमर ने सतत विकास लक्ष्य में ग्राम पंचायत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए फिल्म का प्रदर्शन किया। ग्रामीण क्षेत्र में एलएसडीजी की प्रगति के आंकलन के लिए पंचायत विकास सूचकांक और संस्थागत तंत्र के उन्मुखीकरण पर चर्चा कर लाभ रणनीति और परिणाम पर समूह में चर्चा की। प्रशिक्षण के माध्यम से सतत विकास के स्थानीयकरण पंचायत विकास सूचकांक, ग्राम स्वराज आदि पर समुचित जानकारी प्रदान की गई। बीसलपुर ब्लॉक एडीओ पंचायत कृष्णा देवी ने विकास योजना और सतत विकास के बारे में बताया कि भारत सरकार द्वारा विषय गत दृष्टिकोण अपनाते हुए 9  थीम पर कार्य किया जा रहा है। इन थीमों के द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत गरीबी मुक्त हो जाएगी। हम दुनिया का कायाकल्प करने की दहलीज पर खड़े हैं। अंतर राष्ट्रीय समुदाय ने संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से 17 सतत विकास के लक्षण के ऐतिहासिक योजना शुरू की है। जिसका उद्देश्य वर्ष 2030 तक अधिक संपन्न, अधिक समतावादी और अधिक संरक्षित विश्व की रचना करना है। 2030 के लिए वैश्विक एजेंडा का मूल मंत्र सार्वभौमिकता का सिद्धांत है। कोई पीछे ना छूटे भारत सरकार सतत विकास के लक्ष्यों के प्रति दृढ़ता से समर्पित है। भारत के राष्ट्रीय विकास लक्ष्य और समावेशी विकास के लिए सबका साथ सबका विकास नीतिगत पहल सतत विकास के लक्षण के अनुरूप है। मास्टर अशोक कुमार तोमर ने बताया कि पंचायत विकास सूचकांक (पी.डी.आई)एक समग्र सूचकांक है जो सतत विकास के लक्षण के स्थानीयकरण को प्राप्त करने में पंचायत के प्रदर्शन को मापता है। यह पंचायत की विकास की स्थिति का समग्र और साक्ष्य आधारित मूल्यांकन प्रदान करता है, तथा उनकी शक्ति व कमजोरी को उजागर करने में मदद करता है। इसका उद्देश्य पंचायतों एवं हितकारकों के मध्य उनके महत्व के विषय में जागरूकता बढ़कर सतत विकास के लक्षण के स्थानीयकरण को बढ़ावा देना है। साथी सतत विकास के लक्षण को हासिल करने में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए पंचायत को सर्वोत्तम प्रथाओं और नवाचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न विभागों से संबंधित 508 इंडिकेटर का वैलिडेशन और ट्रैकिंग किया गया है। स्टेट ट्रेनर सक्सेना ने सतत विकास के लक्ष्य एवं ग्राम पंचायत की भूमिका के बारे में विस्तार से प्रतिभागियों को बताया। प्रशिक्षण में ट्रेनिंग मैनेजर वीर सक्सेना मास्टर ट्रेनर पूरनलाल लेखराज राठौर, ग्राम प्रधान, सचिव आदि विशेष सहयोग रहा।

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