बुजुर्ग महिला व्हीलचेयर न मिलने पर चोट लगने से ICU में भर्ती, अब एयर इंडिया ने दी सफाई
March 08, 2025
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) पर एयर इंडिया की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. 82 साल की बुजुर्ग महिला ने व्हीलचेयर पहले से बुक कर रखी थी. हालांकि उन्हें समय पर व्हीलचेयर नहीं दी गई, जिसके कारण उन्हें मजबूरन पैदल चलना पड़ा. इसी दौरान थकान और कमजोरी के चलते वह गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं. अब वह ICU में भर्ती हैं.
महिला की पोती पारुल कंवर के अनुसार, 4 मार्च, 2025 को दिल्ली से बैंगलोर की फ्लाइट के लिए व्हीलचेयर पहले से बुक थी, लेकिन एयर इंडिया के कर्मचारियों और हवाई अड्डे की सहायता डेस्क से कई बार अनुरोध करने के बावजूद व्हीलचेयर नहीं मिली.
महिला को व्हीलचेयर के लिए करीब एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली. परिवार ने कई बार अनुरोध किया, लेकिन कर्मचारियों ने ध्यान नहीं दिया. थकान के कारण महिला एयर इंडिया के प्रीमियम इकोनॉमी काउंटर के सामने गिर गईं और उन्हें सिर, नाक और होंठ पर गंभीर चोटें आईं
गिरने के बाद भी उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार नहीं दिया गया, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई. अब बुजुर्ग महिला ICU में भर्ती हैं. महिला की पोती पारुल कंवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, “आपने मेरी दादी के साथ इतना बुरा व्यवहार किया और इतना कम सम्मान दिया. आपको शर्म आनी चाहिए.” उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) और एयर इंडिया में शिकायत दर्ज कराई है और आगे की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं.
एयर इंडिया ने इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि महिला समय से काफी देर से पहुंची थी और व्हीलचेयर के लिए किए गए एक घंटे के इंतजार का दावा गलत है. एयरलाइन ने कहा कि पीक डिमांड के कारण व्हीलचेयर तुरंत उपलब्ध नहीं हो सकी और महिला ने खुद से चलने का निर्णय लिया. एयर इंडिया का कहना है कि गिरने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट के डॉक्टरों ने तुरंत प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन परिवार ने अतिरिक्त चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया. एयर इंडिया ने यह भी कहा कि दिल्ली से बैंगलोर की उड़ान के दौरान महिला को हरसंभव सहायता दी गई और बैंगलोर पहुंचने पर भी मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई गई.
एयर इंडिया ने इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि महिला समय से काफी देर से पहुंची थी और व्हीलचेयर के लिए किए गए एक घंटे के इंतजार का दावा गलत है. एयरलाइन ने कहा कि पीक डिमांड के कारण व्हीलचेयर तुरंत उपलब्ध नहीं हो सकी और महिला ने खुद से चलने का निर्णय लिया. एयर इंडिया का कहना है कि गिरने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट के डॉक्टरों ने तुरंत प्राथमिक उपचार दिया, लेकिन परिवार ने अतिरिक्त चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया. एयर इंडिया ने यह भी कहा कि दिल्ली से बैंगलोर की उड़ान के दौरान महिला को हरसंभव सहायता दी गई और बैंगलोर पहुंचने पर भी मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई गई.