पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (24 फरवरी) को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की मृतक महिला डॉक्टर को अपनी 'बहन' बताते हुए उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की. उन्होंने इस अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की और इस मुद्दे पर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के धोनो धान्यो ऑडिटोरियम में जूनियर और सीनियर डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों की विशेष सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई प्रयास किए हैं.
ममता बनर्जी ने "अपराजिता बिल" का जिक्र करते हुए कहा कि ये बिल बलात्कार के दोषियों को मृत्युदंड देने की सजा का प्रस्ताव करता है. यदि अपराध के परिणामस्वरूप पीड़िता की मौत हो जाए या वह जीवनभर के लिए लाचार हो जाए. CM ने बताया कि इस बिल को पश्चिम बंगाल विधानसभा में सितंबर में पारित किया गया था, लेकिन ये अब भी राष्ट्रपति के पास लंबित है.
ममता बनर्जी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने खुद सड़क पर उतरकर इस मुद्दे के खिलाफ प्रदर्शन किया था. साथ ही उन्होंने सभी भाइयों से अपील की कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने में सक्रिय भूमिका निभाएं. ममता ने कहा "मैं अपने भाइयों को ये जिम्मेदारी सौंपती हूं कि वे हमारी बहनों की रक्षा करें और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकें".
इस जघन्य अपराध ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश में आक्रोश फैलाया. ममता बनर्जी ने बताया कि राज्य सरकार ने इस बिल को पास किया है, लेकिन राष्ट्रपति से मंजूरी का इंतजार है. इस बिल को लेकर तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी और इसके जल्द पास होने की मांग की थी.