लखीमपुर खीरी। लखीमपुर में नियमों की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही हैं । जिससे अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं । ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जिले की मुखिया दुर्गाशक्ति नागपाल के दिशा-निर्देशों का पालन अधिकारी नहीं करते । यूपी के कासगंज में पिछले वर्ष फरवरी माह में ही ट्रैक्टर-ट्राली हादसे में 23 लोगों की मौत के बाद भी प्रशासन ने कोई सबक न लिया।
मामला गोला-गोकर्णनाथ क्षेत्र का है जहां पर इन दिनों मजदूरों की सुरक्षा दांव पर लगी है। बांकेगंज-कुकरा-भीरा रोड पर रोजाना ट्रैक्टर-ट्राली और छोटा हाथी वाहनों में मजदूरों को क्षमता से अधिक भरकर ले जाया जा रहा है। इनमें महिलाएं और 10-15 साल के बच्चे भी शामिल हैं। ये मजदूर बड़े किसानों के खेतों में आलू खुदाई और गन्ने की छिलाई के काम पर जाते हैं।
प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि पुलिस की मौजूदगी में भी नियमों का उल्लंघन हो रहा है। डबल ट्राली पर प्रतिबंध के बावजूद भूसी से लदे ट्रक और ईंट भट्टों से डबल ट्रालियां बेरोक-टोक चल रही हैं। श्केवल कृषि कार्यश् लिखी ट्रालियों का दुरुपयोग कर ईंट ढुलाई की जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ईंट भट्ठा यूनियन से उच्च अधिकारियों तक पैसों की पहुंच के कारण कार्रवाई नहीं होती। कासगंज जैसा हादसा टालने के लिए तत्काल कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। प्रशासन की यह लापरवाही कहीं बड़े हादसे का कारण न बन जाए।