सोनभद्र। सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजनाएं इस उद्देश्य से चलाई जा रही हैं कि समाज का अंतिम व्यक्ति लाभान्वित हो सके इस संबंध में सरकार द्वारा हर संभव प्रयास भी किया जा रहा है ।परंतु कुछ अधिकारियों द्वारा भ्रामक रिपोर्ट देकर वस्तु स्थिति को छुपाया जा रहा है। संगठन के जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा ने कहा कि विगत दो माह से व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की बैठक में डिजिटल एक्सरे मशीन जो कि पिछले दो वर्षों से खराब पड़ी है जिसका लाभ आम मरीजों को नहीं मिल पा रहा है और प्रतिदिन सैकड़ो मरीजों को डिजिटल एक्स-रे बाहर कराना पड़ रहा है। श्री शर्मा ने बताया कि जब इस संदर्भ में स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सोनभद्र के प्राचार्य का पत्र जिसका पत्रांक मे0का0/सोन0/2025-26/916 दिनांक 19 नवंबर 2025 प्राप्त हुआ जिसमें इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि डिजिटल एक्सरे मशीन डी आर सिस्टम 800एम ए को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उत्तर प्रदेश द्वारा नामित एजेंसी साइरेक़्स हेल्थ केयर द्वारा उक्त मशीन को ठीक करा लिया गया है। उपरोक्त के संदर्भ में 12 दिसंबर 2025 को दैनिक जागरण के अंक में दो साल से डिजिटल एक्सरे मशीन खराब का हवाला देकर मोबाइल फोन से बात की गई तो प्राचार्य का कहना था कि जिस कमरे में डिजिटल एक्सरे मशीन रखी गई है उसमें सीलन के कारण उपरोक्त डिजिटल एक्स-रे मशीन नहीं चलाया जा सकता श्री शर्मा ने कहा सवाल यह उठता है कि यदि डिजिटल एक्सरे मशीन उपरोक्त जगह पर चल नहीं सकती उसे मरम्मत करने में लाखों रुपए खर्च क्यों किया गया। जिसका लाभ न तो मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित अस्पताल को ही मिल पा रहा है न हीं आम जनता को। जिला अध्यक्ष ने बताया कि जब प्राचार्य से यह पूछा गया की इसे अन्यत्र स्थापित किया जाए तो उन्होंने कहा कि पुरानी मशीन होने के कारण संबंधित कंपनी अन्यत्र स्थापित करने से इनकार कर रही है जिला अध्यक्ष ने बताया कि मशीन ठीक होने का पत्र 19 नवंबर 2025 को निर्गत किया गया जबकि 12 दिसंबर 2025 को उपरोक्त दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ यानी ठीक होने के 22 दिनों बाद भी मशीन संचालित नहीं की गई। एवं भ्रामक सूचना प्रदान की गई। जब इस प्रकरण का स्थलीय सत्यापन किया गया तो कर्मचारियों ने बताया कि डिजिटल एक्सरे मशीन खराब पड़ी हुई है इसलिए आपको डिजिटल एक्सरे बाहर करना पड़ेगा। हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विजय सिंह द्वारा भी डिजिटल एक्सरे मशीन खराब होने की बात स्वीकार की गई है उन्होंने कहा कि राज्य चिकित्सा महा विद्यालय प्रशासन द्वारा जहां मरीजों में भ्रम फैलाया जा रहा है वहीं सरकार को भी गलत रिपोर्ट देकर गुमराह किया जा रहा है उपरोक्त प्रकरण की जांच की जाए तभी दूध का दूध पानी का पानी हो पाएगा। बैठक में मुख्य रूप से जिला महामंत्री प्रितपाल सिंह नगर अध्यक्ष प्रशांत जैन जिला कोषाध्यक्ष शरद जायसवाल वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल, राजू जायसवाल,टीपू अली, दीप सिंह पटेल, गुरप्रीत सिंह सोखी, विनोद जायसवाल नगर महामंत्री जसकीरत सिंह, नगर कोषाध्यक्ष सिद्धार्थ सांवरिया नगर मंत्री अभिषेक गुप्ता, प्रतिक केसरी आदि लोगों उपस्थित रहे।
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