राम सनेही घाट /बाराबंकी। ब्लॉक बनीकोडर के ग्राम पूरे बरजोर सिंह में गुरुवार को महाराजा बिजली पासी की जयंती श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाई गई। उमा चन्द्र पासी के आवास पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए गए। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला सचिव मनीष रावत ने कहा कि महाराजा बिजली पासी अवध प्रांत के बिजनौर गढ़ के ऐसे महान शासक थे, जिन्होंने कभी किसी की अधीनता स्वीकार नहीं की और दो बार राजा जयचंद की सेना को पराजित किया। उन्होंने माता बिजना की स्मृति में बिजना गढ़ तथा पिता नथावन देव की याद में नथवागढ़ की स्थापना कर इतिहास में अमिट पहचान बनाई।इसी क्रम में ग्राम सभा गाजीपुर के मजरे गोपाल पुरवा में भी जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के जिला सचिव धीरज यादव ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कहा कि महाराजा बिजली पासी 12वीं सदी के शक्तिशाली और सामाजिक समानता के प्रतीक राजा थे, जिन्होंने अन्याय और विदेशी शासकों के खिलाफ वीरता से संघर्ष किया। 1194 ईस्वी के गांजर युद्ध में उनका बलिदान दलित समाज के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता है।
दोनों कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने महाराजा बिजली पासी के साहस, त्याग और स्वाभिमान के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया।
