बाराबंकी: तंबाकू के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, सड़क पर उतरा प्रशासन
December 01, 2025
बाराबंकी । तंबाकू के धुएं और जर्दा की डिब्बियों के बीच अक्सर दब जाती जनता की सेहत की पुकार सोमवार को शहर की सड़कों पर साफदृसाफ सुनाई दी। तंबाकू की लत से मुक्ति दिलाने और जनस्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने सड़क पर उतरकर ऐसा सख्त व सार्थक संदेश दिया, जो सीधे दिल तक पहुंचा ।तंबाकू के खिलाफ अब जीरो टॉलरेंस की नीति लागू होगी।सुबह से शुरू हुए इस विशेष अभियान के तहत टीम ने विजयनगर नाका से सतरिख चैराहा, जमुरिया नाला होते हुए पटेल चैराहा तक पहुंचकर कोटपा अधिनियम के उल्लंघन पर व्यापक कार्रवाई की। इस दौरान सड़कों के किनारे तंबाकू उत्पाद बेचने वाली कई दुकानों के चालान काटे गए और नियमों की अनदेखी करने वाले दुकानदारों से मौके पर ही जुर्माना वसूला गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से कुछ देर के लिए बाजार में हड़कंप की स्थिति रही, लेकिन साथ ही लोगों के बीच एक सुकून भरी उम्मीद भी दिखी कि शहर अब तंबाकू के जाल से बाहर आने की कोशिश कर रहा है।अभियान में एंटी टोबैको सेल के राकेश कुमार और तेज प्रकाश वर्मा पूरे समय सक्रिय रहे, जबकि पुलिस प्रशासन की टीम ने चैराहों और बाजारों में सुरक्षित व प्रभावी ढंग से चेकिंग करवाई। सिर्फ चालान और जुर्माना ही नहीं, टीम ने राहगीरों, दुकानदारों और खासकर युवाओं से संवाद कर उन्हें तंबाकू के खतरों के बारे में भी जागरूक किया।कार्यक्रम के दौरान साइकोलॉजिस्ट संजय कुमार ने लोगों से सीधी बात करते हुए तंबाकू के गंभीर दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एक छोटी सी आदत किस तरह कैंसर, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और फेफड़ों की घातक बीमारियों में बदल जाती है। कई युवाओं ने उनके सामने स्वीकार किया कि उन्होंने “दोस्तों के कहने” पर तंबाकू सेवन शुरू किया था, लेकिन अब छोड़ना चाहते हैं। संजय कुमार ने ऐसे युवाओं को नशामुक्त जीवन के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि तम्बाकू जानलेवा है और इसे तुरन्त छोड़ देना ही बेहतर है।अभियान के दौरान यह भी स्पष्ट संदेश दिया गया कि स्कूलदृकॉलेज, अस्पताल, बस अड्डों और सार्वजनिक स्थलों के आसपास तंबाकू उत्पादों की बिक्री किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोटपा अधिनियम के तहत आगे भी इसी तरह सख्त प्रवर्तन जारी रहेगा, ताकि आने वाली पीढ़ी को तंबाकू की गिरफ्त से बचाया जा सके।
