रामनगर/ बाराबंकी। तहसील रामनगर के ग्राम पंचायत मडना के पास नारायण पुल पर अब सिर्फ कंक्रीट और लोहे का ढांचा नहीं उठ रहा, बल्कि वर्षों से इंतजार कर रहे ग्रामीणों की उम्मीदें भी आकार ले रही हैं। लोक निर्माण विभाग, बाराबंकी द्वारा कराए जा रहे नए पुल का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है, जिसे अंबर कंस्ट्रक्शन कंपनी अंजाम दे रही है।स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को शासन ने गंभीरता से सुना और पुल निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया। इसका परिणाम अब जमीन पर साफ दिखाई दे रहा है। पुल निर्माण में दो पियर और दो एबटमेंट का कार्य पूरा हो चुका है। वर्तमान में गार्डर लगाने का कार्य जारी है, जिसमें एक ओर का काम पूर्ण हो चुका है और दूसरी ओर युद्धस्तर पर निर्माण किया जा रहा है।अंबर कंस्ट्रक्शन के जूनियर इंजीनियर विशाल कनौजिया की देखरेख में एक दर्जन से अधिक कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। मशीनों की गूंज और मजदूरों की मेहनत अब इस बात की गवाही दे रही है कि नारायण पुल सिर्फ एक संरचना नहीं, बल्कि क्षेत्र के भविष्य की नींव है।
मार्च 2026 तक पुल होगा पूर्णलोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता अनंत प्रताप सिंह ने बताया कि करीब 5 करोड़ 66 लाख रुपये की लागत से बन रहा यह पुल मार्च 2026 तक पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा। इसके साथ ही पुल से जुड़ी डामर सड़क का निर्माण भी किया जाएगा। फिलहाल सड़क की मिट्टी पटाई का कार्य चल रहा है, जिससे आने वाले समय में आवागमन और अधिक सुगम होगा।ग्रामीणों के अनुसार पुराना नारायण पुल बेहद संकरा और जर्जर हो चुका था। इसी पुल पर पूर्व में एक दर्दनाक दुर्घटना भी हो चुकी है, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई थी। उस हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था। उसी घटना को ध्यान में रखते हुए शासन ने पुराने पुल के पास नया, चैड़ा और सुरक्षित पुल बनाने की स्वीकृति दी।नए पुल के निर्माण से न केवल दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी, बल्कि क्षेत्र के हजारों लोगों को रोजमर्रा के सफर में बड़ी राहत मिलेगी। बच्चों की स्कूल यात्रा, किसानों की फसल ढुलाई और बीमारों को अस्पताल पहुंचाने का रास्ता अब पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित और आसान होगा।निर्माण कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए लोक निर्माण विभाग के जूनियर इंजीनियर, सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता समय-समय पर स्थल का निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं प्रोजेक्ट मैनेजर मुकुल भटनागर पूरे प्रोजेक्ट की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
नारायण पुल अब सिर्फ दो किनारों को नहीं जोड़ेगा, बल्कि विकास, सुरक्षा और विश्वास का सेतु बनकर पूरे क्षेत्र को नई दिशा देगा।
