बाराबंकी । लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी मतदाता सूची को अधिक सटीक, पारदर्शी और तकनीक-सक्षम बनाने के उद्देश्य से चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान में जिले ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इसी को लेकर डीएमध्जिला निर्वाचन अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने एडीएम निरंकार सिंह के साथ मिलकर उन चार बीएलओ को सम्मानित किया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में सर्वप्रथम 100 प्रतिशत डिजिटाइजेशन और 90 प्रतिशत से अधिक मैपिंग का कार्य पूर्ण किया।सम्मानित किए गए बीएलओ में गिरिजेश कुमार अवस्थी, सहायक अध्यापक , अरविंद कुमार, रोजगार सेवक , प्रदीप कुमार द्विवेदी, रोजगार सेवक , रविन्द्र कुमार रावत, अध्यापक शामिल हैं।सम्मान समारोह के दौरान मंच पर पहुंचते ही चारों के चेहरों पर गर्व और संतोष साफ झलक रहा था। कठोर फील्ड कार्य, तकनीकी चुनौतियों और लगातार घर-घर संपर्क के बाद मिली इस उपलब्धि कोजिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सराहा।
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि “निर्वाचन कार्य केवल सूची तैयार करने तक सीमित नहीं है, बल्कि हर नागरिक की आवाज को सही और सुरक्षित तरीके से दर्ज करने की जिम्मेदारी है। बीएलओ की यही संवेदनशीलता इस अभियान को सफल बना रही है।उन्होंने यह भी बताया कि जनपद के 2595 बीएलओ में से सर्वप्रथम 500, जो अपने क्षेत्रों में 100 प्रतिशत डिजिटाइजेशन और 90 प्रतिशत से अधिक मैपिंग को पूर्ण करेंगे, उन्हें भी विशेष सम्मान प्रदान किया जाएगा। इस घोषणा ने सभागार में मौजूद बीएलओ को नई ऊर्जा और प्रोत्साहन से भर दिया।जिलाधिकारी ने बीएलओ से फील्ड में आने वाली तकनीकी व व्यवहारिक चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि “यह अभियान जनसहभागिता पर आधारित है। प्रत्येक बीएलओ घर-घर पहुंचकर नागरिकों को अभियान की महत्ता समझाएं, ताकि अधिकतम सहयोग प्राप्त हो सके और मतदाता सूची और अधिक सटीक बन सके। मंगलवार को
सम्मानित किए गए चारों बीएलओ ने अपने समर्पण, ईमानदारी और तकनीकी दक्षता से यह साबित कर दिया कि लक्ष्य को समय से पहले भी प्राप्त किया जा सकता है। यह उपलब्धि न केवल प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण है, बल्कि लोकतंत्र की नींव को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
