उत्तराखड । ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार और आधुनिक खेती के अवसरों से जोड़ने के उद्देश्य से जिलाधिकारी आकांक्षा कोंडे ने बुधवार को ग्रामोत्थान परियोजना के अंतर्गत 20 सदस्यीय महिला समूह को दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण हेतु कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह दल गरुड़ विकासखंड के चैरसों गांव का भ्रमण करेगा, जहां प्रगतिशील किसान चंद्रशेखर पांडे द्वारा विकसित एकीकृत खेती के सफल मॉडल का अवलोकन किया जाएगा। भ्रमण के दौरान महिलाएं मौन पालन, होम-स्टे संचालन, जड़ी-बूटी एवं फल उत्पादन जैसी गतिविधियों की जानकारी लेंगी और प्रत्यक्ष संवाद के माध्यम से बहुआयामी खेती के तरीकों को समझेंगी।
महिला समूह संजीवनी सीएलएफ ग्रोथ सेंटर का भी भ्रमण करेगा, जहां उन्हें स्थानीय उत्पादों के मूल्य संवर्धन की प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा। यहां कीवी, बुरांश, माल्टा और अचार जैसे उत्पादों की वैज्ञानिक प्रोसेसिंग व पैकेजिंग को महिलाएं प्रत्यक्ष रूप से देखेंगी।
रवानगी के अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण महिलाओं में आत्मविश्वास जगाने और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे सीखे गए अनुभवों को अपने गांवों में अपनाकर बेहतर आजीविका के अवसर सृजित करें। उन्होंने यह भी कहा कि खेती के साथ-साथ उत्पादों की पैकेजिंग और मार्केटिंग पर ध्यान देना आवश्यक है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी एन.एस. नबियाल, सहायक प्रबंधक बबीता जोशी, सहायक प्रबंधक सपना नागी, कमल जोशी सहित ग्रामोत्थान परियोजना से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
