जायस: मौत को लेकर परिजनों का आरोप! लापरवाही में गई मरीज की जान
December 23, 2025
जायस/अमेठी। संगम हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर रायबरेली में इलाज के नाम पर हुई कथित लापरवाही से एक मरीज की मौत का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान धर्मराज सिंह के रूप में हुई है। इस घटना ने अस्पताल प्रबंधन के साथ-साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार धर्मराज सिंह को सुबह करीब 6 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद उनकी हालत सामान्य बताई गई। इसके बावजूद अस्पताल में कोई भी विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद नहीं था, फिर भी मरीज को भर्ती कर लिया गया। करीब दोपहर 1रू30 बजे मरीज को अल्ट्रासाउंड के लिए श्री बी.एल. पैथोलॉजी भेजा गया। अल्ट्रासाउंड के बाद वापस लाने पर मरीज की हालत अचानक गंभीर हो गई। उस समय पूरे अस्पताल में सिर्फ एक सामान्य डॉक्टर मौजूद बताया गया। करीब 2 बजे धर्मराज सिंह की मौत हो गई। मौत के बाद अस्पताल की ओर से कारण हार्ट अटैक बताया गया। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब हार्ट अटैक के इलाज की कोई विशेषज्ञ सुविधा नहीं थी, तो मरीज को भर्ती क्यों किया गया। इस घटना से मृतक के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। धर्मराज सिंह की पत्नी का निधन लगभग चार वर्ष पहले हो चुका था। वहीं उनके बड़े बेटे की मृत्यु पिछले वर्ष हुई थी। और उनके माता पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। और अब उनकी मौत से पूरा परिवार बेसहारा हो गया , मृतक का बेटा आयुष, जिसकी उम्र करीब 17 वर्ष बताई जा रही है, अब बेसहारा हो गया है। इसके साथ ही आयुष की बहन भी पूरी तरह बेसहारा हो गई है। परिवार का पैतृक घर जनापुर, तिलोई, अमेठी में स्थित है। बताया गया कि यह पूरी घटना आदर्श प्रताप सिंह ने बताई, जो इलाज के दौरान मरीज के साथ अस्पताल में मौजूद थे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिना मानकों और विशेषज्ञ डॉक्टरों के अस्पताल का संचालन होना सीधे तौर पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। अब सवाल सीधे सीएमओ से पूछा जा रहा है कि बिना विशेषज्ञ डॉक्टर के अस्पताल को संचालन की अनुमति कैसे दी गई। नियमित निरीक्षण क्यों नहीं किया गया। और इस मौत की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा। लोगों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच, दोषी अस्पताल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई और मृतक के बेसहारा बच्चों को आर्थिक सहायता व संरक्षण देने की मांग की है।
