बाराबंकी: शोध ग्रंथ ‘अवधदृअवधी विविध संदर्भ’ का विमोचन! अवधी समारोह में गूँजा अवधी भाषा-साहित्य का गौरव
December 11, 2025
बाराबंकी । उत्तर प्रदेश साहित्य सभा के अवधी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित अवधी समारोह में अवधी भाषा, साहित्य और संस्कृति की समृद्ध परंपरा को विस्तार से रेखांकित किया गया। मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चैहान ने कहा कि अवध और अवधी की भूमि भगवान राम और भगवान बुद्ध की जन्मस्थली होने के कारण विश्व में विशिष्ट पहचान रखती है।समारोह की अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. विद्याबिंदु सिंह ने विमोचित शोधग्रंथ “अवध अवधी विविध संदर्भ” की सराहना करते हुए कहा कि डॉ. राम बहादुर मिश्र अवधी आंदोलन के सशक्त ध्वजवाहक हैं। ग्रंथ के प्रबंध संपादक इंजीनियर रमाकांत ‘रामिल’ ने इसे अवधी का “एनसाइक्लोपीडिया” बताया। संपादक डॉ. शिवप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि यह ग्रंथ अवधी की बौद्धिक और सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण दस्तावेज है।डॉ. राम बहादुर मिश्र ने अवधी भाषा की समकालीन प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अवधी अब कहानियों, उपन्यासों, यात्रावृत्तांत, नाटकों, गीतों और गजलों सहित विविध विधाओं में तेजी से समृद्ध हो रही है।केएमसी भाषा विश्वविद्यालय के भाषा समन्वयक डॉ. नीरज शुक्ला ने अवधी शोधपीठ की गतिविधियों और आगामी अवधी डिप्लोमा की जानकारी दी। नेपाल से आए विद्वानों ने नेपाल में अवधी भाषा की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।चार सत्रों में आयोजित इस समारोह में अवध भारती संस्थान, अवधी विकास संस्थान, अवधी साहित्य संस्थान अमेठी, बिरजू संस्थान बाराबंकी सहित आठ सांस्कृतिक संस्थाओं ने सहभागिता की।कार्यक्रम संचालन वरिष्ठ साहित्यकार प्रदीप सारंग, नागेंद्र बहादुर सिंह चैहान, कुसुम वर्मा और अजय प्रधान ने किया।
