लखनऊ। राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की सितम्बर 2025 को समाप्त तिमाही की समीक्षा बैठक का आयोजन दिनांक 10.12.2025 को श्री लाल सिंह, कार्यपालक निदेशक, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं अध्यक्ष, एसएलबीसी, उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में बैंक ऑफ बड़ौदा के गोमतीनगर स्थित ष्बड़ौदा हाउसष् के ष्सर सयाजीराव गायकवाड हॉलष् में किया गया।
उक्त बैठक में श्री पंकज कुमार (क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक, लखनऊ)य डॉ० सारिका मोहन (महानिदेशक, संस्थागत वित्त निदेशालय, उत्तर प्रदेश सरकार)य श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह (महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं संयोजक, एसएलबीसी, 30 प्र0)य श्री मासूम अली सरवर (सचिव, नियोजन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार)य श्री समीर (विशेष सचिव, वित्त विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार)य श्री पंकज कुमार (मुख्य महाप्रबंधक, नाबार्ड, लखनऊ)य अध्यक्ष, यू पी ग्रामीण बैंकय केंद्र व राज्य सरकार तथा विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक के दौरान अपने स्वागत सम्बोधन में महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा और संयोजक, एसएलबीसी, 30 प्र0 ने सभी सम्मानित सदस्यों का स्वागत किया तथा सितम्बर त्रैमास के दौरान प्रदेश में हुई विभिन्न बैंकिंग गतिविधियों एवं सरकार प्रायोजित योजनाओं के अंतर्गत हुई प्रगति से सभा को अवगत कराया। साथ ही, उन्होंने बैंकों से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत रबी 2025 -26 में सभी पात्र किसानों का बीमा सुनिश्चित किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का अनुरोध किया।
श्री लाल सिंह, कार्यपालक निदेशक, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं अध्यक्ष, एसएलबीसी, उत्तर प्रदेश ने विकसित भारत 2047 विजन के परिप्रेक्ष्य में बैंकों की भूमिका, वित्तीय समावेशन अभियान तथा ष्आपकी पूंजी आपका अधिकारश् अभियान पर प्रकाश डाला तथा सभी से प्रदेश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली को सुदृढ़ बनाने हेतु अधिकतम प्रयास करने का आह्वान किया। साथ ही, केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करते हुए विभिन्न सरकारी योजनाओं में लंबित आवेदन पत्रों का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित करने हेतु बैंकों से अनुरोध किया।
डॉ० सारिका मोहन, महानिदेशक, संस्थागत वित्त निदेशालय, उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने संबोधन में प्रदेश में कार्यरत सभी बैंकों से विकसित उत्तर प्रदेश तथा 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु बैंकों के दायित्व से अवगत कराया। उन्होंने प्रदेश में जमा-ऋण अनुपात को बढ़ाने, स्वयं सहायता समूह की सफलता को रेखांकित करते हुए बैंकों के ऋण प्रवाह को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही, उन्होंने प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना श्सीएम युवाश् के अंतर्गत लक्ष्यों की प्राप्ति तथा प्रदेश के युवाओं को नए उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने पर बल दिया तथा सभी बैंकों से प्रस्तावित ओडीओपी 2.0 योजना में नए तथा निर्यात होने वाले उत्पाद से संबन्धित उद्योगों को ऋण उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
बैठक के दौरान प्रदेश में विभिन्न बैंकिंग मापदण्डों, केंद्र एवं राज्य सरकार की प्रायोजित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा, जन-धन सहित सभी खातों में त्म-ज्ञल्ब् करने तथा आर्थिक सशक्तिकरण के लिए ठोस कदम उठाने पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
बैठक के अंत में श्री मिथलेश कुमार, महाप्रबन्धक, बैंक ऑफ बड़ौदा, वाराणसी अंचल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
