लखनऊ। राजधानी में जहां एक ओर पुलिस ट्रैफिक जागरूकता को लेकर अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर बिजनौर थाना क्षेत्र के पास बना ट्रैफिक पॉइंट अव्यवस्था और लापरवाही का केंद्र बन गया है। यहां नो एंट्री का कोई निर्धारित समय नहीं, और ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी पूरी तरह उपेक्षित दिखाई देती है। नो एंट्री का समय शून्य कृ भारी वाहनों की खुली एंट्री, ट्रैफिक पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मियों का ध्यान नियम लागू करवाने पर नहीं, बल्कि अपनी चंद आवश्यकताओं को पूरा करने पर अधिक रहता है। यही कारण है कि चाहे ट्रक, डंपर या कोई भी भारी वाहन होकृउन्हें बिना रोक-टोक इस रूट पर आने दिया जाता है। नियमों का उल्लंघन इनके सामने खुलेआम होता है, लेकिन कार्रवाई शून्य। स्कूल समय पर भीषण जाम, कई हादसे कृ बच्चों की जिंदगी जोखिम में इस रूट पर कई बड़े स्कूल स्थित हैं।
स्कूल की छुट्टी के समय जब बच्चों की भीड़ निकलती है, ठीक उसी वक्त भारी वाहनों की आवाजाही जाम और अव्यवस्था का बड़ा कारण बन जाती है,
सड़क पर लगातार भारी जाम, छात्राओं और छोटे बच्चों के सुरक्षित चलने में खतरा, कई बार गंभीर हादसे भी हो चुके हैं। माता-पिता और स्थानीय लोग इसे लेकर बेहद चिंतित हैं क्योंकि ट्रैफिक पुलिस की सुस्ती किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है। ट्रैफिक पॉइंट पर जागरूकता का अभाव कृ नियम किताबों में, सड़क पर नहीं लखनऊ शहर में ट्रैफिक पुलिस जहां-जहां अभियान चला रही है, वहाँ नियमों का पालन कड़ाई से हो रहा है। लेकिन बिजनौर थाना क्षेत्र का यह ट्रैफिक पॉइंट इन प्रयासों को धक्का देता दिख रहा है।
यहांकृ न कोई निगरानी, न नियमों का पालन, न भारी वाहनों की रोक, न सुरक्षा की चिंता। यहां नो एंट्री का स्पष्ट समय तय किया जाए, भारी वाहनों पर तत्काल रोक लगाई जाए, और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
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